लखनऊ(व्हीएसआरएस न्यूज) उत्तर प्रदेश के जिला पंचायत चुनाव में समाजवादी पार्टी ने अपना परचम लहराया है। सपा को कुल 799 सीटें पाकर सबसे बडी पार्टी बनकर उभरी तो दूसरे नंबर पर भाजपा 543 सीट पाकर सिमट गई। तीसरे नंबर पर बसपा 355 तो कांग्रेस 60 सीट जीत सकी। सबसे ज्यादा अच्छा प्रदर्शन निर्दलीयों ने दिखाया। 1200 से अधिक सीटें पर निर्दलीयों ने कब्जा जमाया।
भाजपा को सपा ने बडा झटका देते हुए प्रधानमंत्री के लोकसभा क्षेत्र वाराणासी,मुख्यमंत्री योगी के गढ गोरखपुर,भाजपा के प्राण कहे जाने वाले आयोध्या,अटल बिहारी से लेकर राजनाथ सिंह के लोकसभा क्षेत्र लखनऊ के जिला पंचायत में सबसे ज्यादा सपा के सदस्य निर्वाचित हुए है। गांव की सरकार बनाने में सपा कामयाब हो गई है। अपना गढ मैनपुरी,इटावा,सैफई,कन्नौज,फिरोजाबाद,एटा को बचाते हुए भाजपा के गढ में जबर्दस्त सेंध लगाने में कामयाब रही।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 40 में से भाजपा महज 7 और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के क्षेत्र लखनऊ की 25 में से महज तीन सीटें जीत सकी है। वहीं, सीएम योगी आदित्यनाथ के जिले गोरखपुर में 68 में से 26 सीटें तो जोतीं पर स्पष्ट बहुमत नहीं मिल सका है। अवेध्या में वह 8 सीट पर सिमट गई। वहीं, सोनिया गांधी के चुनाव क्षेत्र रायबरेली में भी 52 सीटों में से सपा ने 12 जीतीं, तो कांग्रेस-भाजपा को 9-9 सीटें ही मिलीं।
बसपा, रालोद, कांग्रेस, सुभासपा, अपना दल और आप ने भी कुछ जिलों में जीत दर्ज की है। निर्दलीय व अन्य 961 सीटों पर आगे है। पश्चिम में किसानों की नाराजगी का सीधा लाभ सपा-बसपा के अलावा राष्ट्रीय लोकदल को मिला है। हालांकि, कई जिलों में मतगणन तीसरे दिन भी देर रात तक जारी थी। प्रत्याशि को विजेता घोषित किए जाने के बावजू प्रमाणपत्र नहीं दिए जाने की शिकायतें भी आ रह है।