पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) राज्य में सख्त प्रतिबंध लगाए जाने के बाद, बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिक और मजदूर अपने पैतृक गांवों में लौट रहे हैं। इसका बोझ रेलवे पर पड़ रहा है। पुणे और मुंबई से विशेष रूप से उत्तर भारत की ओर जाने वाली ट्रेनें भीड़भाड़ वाली हैं और यात्रियों की संख्या को देखते हुए अतिरिक्त विशेष ट्रेनें चलाई जा रही है। 14 अप्रैल को एक ही दिन में 13 विशेष ट्रेनें पुणे और मुंबई से उत्तरी राज्यों में भेजी गई्ं। जहां आउटगोइंग ट्रेनों की मांग है, वहीं आने वाली ट्रेनें कुछ खाली चल रही है।
कोरोना रोगियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए पुणे में 1 अप्रैल से प्रतिबंध लगाए गए है।। परिणामस्वरूप पिछले कुछ दिनों में पुणे से गांव लौटने वालों की संख्या में वृद्धि हुई है। अब जब राज्य भर में कड़े प्रतिबंध लगाए गए हैं, तो देश भर के मजदूर मुंबई, पुणे और अन्य स्टेशनों से जाने वाली ट्रेनों में अपने गृहनगर लौट रहे ह््ैं। वर्तमान में उत्तर भारत की ओर दानापुर, भागलपुर, गोरखपुर, लखनऊ आदि जाने वाली ट्रेनों की भारी मांग है। इसलिए ट्रेनों की प्रतीक्षा सूची को देखते हुए रेलवे की ओर से अतिरिक्त ट्रेनें जारी की जा रही है।
वर्तमान में रेलवे की सभी ट्रेनें विशेष रूप में चल रही है। इसमें त्योहारों और गर्मियों की छुट्टियों के लिए विशेष ट्रेनें भी शामिल ह््ैं। मध्य रेलवे ने अब तक 230 विशेष ग्रीष्मकालीन ट्रेनों की घोषणा की है। जबकि उत्तर से ट्रेनों की भारी मांग है, लेकिन राज्य के अन्य हिस्सों में जाने वाली लंबी दूरी की ट्रेनों की मांग में कमी के कारण इनमें से कुछ ट्रेनों को रद्द किया जा रहा है। 14 अप्रैल को, सेंट्रल रेलवे ने उत्तर में मुंबई और पुणे से 13 ट्रेनें जारी की्ं। यात्रियों की मांग को देखते हुए, पुणे से एक सप्ताह के भीतर 12 ट्रेनों को रवाना किया गया। अगले कुछ दिनों में 20 अतिरिक्त ट्रेनें चलाने की योजना है।
केवल कन्फर्म टिकट पर प्रवेश
रेलवे द्वारा वर्तमान में जारी की जा रही विशेष और अतिरिक्त विशेष रेलगाड़ियों में साधारण कोच नहीं ह््ैं। इसलिए संबंधित यात्री को ट्रेन में रिजर्वेशन कन्फर्म टिकट के बाद ही छोडा जा रहा है। इसलिए यात्रियों को स्टेशन पर भीड़ नहीं लगानी चाहिए्। प्रस्थान से 90 मिनट पहले स्टेशन पर प्रवेश करे्ं। मध्य रेलवे ने स्पष्ट किया है कि अतिरिक्त विशेष ट्रेनों को आवश्यकतानुसार जारी किया जाएगा।
उत्तर की ओर जाने वाली ट्रेनें की अभी उच्च मांग ह््ैं। रेलवे द्वारा ट्रेनों की प्रतीक्षा सूची के आधार पर अतिरिक्त विशेष ट्रेनों की योजना बनाई जा रही है। ट्रेनों को दानापुर, भागलपुर, गोरखपुर, लखनऊ और अन्य क्षेत्रों में छोड़ा जा रहा है। आवश्यकता पड़ने पर और भी विशेष ट्रेनें जारी की जाएंगी