पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) महाराष्ट्र के राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी पुणे में तीन दिवसीय दौरे पर पधारे है। इस बीच विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लिया और कई मान्यवरों का सत्कार किया। साथ ही गुरु ग्रंथ साहिब प्रकाशन,संत नामदेव का एक विशेष संस्करण मतवाली मनचली कविताओं के संग्रह का विमोचन किया।
इस अवसर पर राज्यपाल ने अपनी संतवाणी से लोगों को धर्म का पाठ पढाते नजर आए। उनके अनुसार भारत की आत्म धर्म पर टिकी है। संतों,मंदिरों,साहित्यकारों पर टिकी है। अंग्रेजों ने भारत को गुलाम बनाने की कोशिश की थी। मगर विवेकानंद ने कहा था कि देश तभी मरेगा जब धर्म और साहित्य का अंत होगा। पंजाब में गुरु नानक की पूजा होती है। लेकिन कुछ लोग अपनी ही पूजा करा रहे है। मानव जाति को अपनी पूजा नहीं करानी चाहिए यह धर्म के विपरित है। कुछ श्रोताओं ने राज्यपाल की संतवाणी को सुनकर दंग रह गए और भाजपा के एजेंडे से जोड दिया। राज्यपाल भाजपा के प्रचारक के रुप में काम कर रहे है।
महामहिम कोश्यारी के पुणे आगमन पर विभागीय आयुक्त सौरव राव और विशेष पुलिस महानिरीक्षक मनोज लोहिया,जिलाधिकारी डॉ राजेश देशमुख,पुलिस कमिश्नर अमिताभ गुप्ता ने औपचारिक रूप से स्वागत किया। उसके बाद भगतसिंह कोश्यारी ने वाघोली परिसर के लेक्सीकॉन कॅम्पस में आयोजित द लेक्सिकॉन लिडरशीप वार्ड में शामिल हुए। राज्यपाल द्वारा अलग अलग क्षेत्रों में उल्लेखनीय काम करने वालों को सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया। इस दौरान भगतसिंह कोश्यारी ने कहा कि किसी भी क्षेत्र में समर्पित होकर कोई कार्य करता है तो उन्हें सफलता अवश्य प्राप्त होती है। जिनको सम्मान प्राप्त हुआ है। उनकी वजह से समाज में एक आदर्श निर्माण होता है इसीलिए ऐसे कार्यक्रम लेना चाहिए।
वही दूसरी ओर भगतसिंह कोश्यारी ने मतवाली मनचली कविता संग्रह का विमोचन राजभवन में किया। उत्तराखंड के देवयानी मुंगली द्वारा लिखी गई मतवाली मनचली कविता संग्रह में छोटे बच्चों के शौर्य के किस्से है। देवयानी मुंगली इनकी कवितायें दिल को छू लेने वाली होती है। छोटे बच्चों के लिए यह एक पढ़ने लायक अच्छी किताब साबित होगी,और आगे भी देवयानी मुंगली द्वारा लिखित कई किताबें अएगी ऐसा महामहिम राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी ने विश्वास जताया।