पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) महाराष्ट्र राज्य के 70 चीनी कारखानों से 40 करोड़ लीटर इथेनॉल का उत्पादन किया गया है। चीनी मिलों द्वारा अधिक इथेनॉल का उत्पादन करने के लिए चीनी आयुक्तालय द्वारा पहली बार पांच वर्षीय योजना तैयार की गई है। इसके अनुसार,अगले पांच वर्षों में चीनी उत्पादन को 2 मिलियन टन कम करने और 250 करोड़ लीटर इथेनॉल का उत्पादन करने का लक्ष्य है। केंद्र सरकार ने इथेनॉल उत्पादन के लिए राज्य की 138 चीनी मिलों को लाइसेंस जारी किए हैं। इन कारखानों से चीनी की मांग और आपूर्ति को संतुलित करके हर साल चरणों में चीनी उत्पादन को कम करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
राज्य में चीनी के बड़े पैमाने पर उत्पादन के कारण चीनी अधिक मात्रा में है। यदि यह स्थिति बनी रही तो कारखानों के संकट में पड़ने की संभावना है। सुगर कमिश्नरेट ने कारखानों के लिए एथेनॉल उत्पादन में बदलाव के लिए पंचवर्षीय योजना तैयार की है। इस बीच वर्ष 2020-21 में, इथेनॉल उत्पादन के लिए गुड़,चीनी सिरप और गन्ने के रस का उपयोग किया जा रहा है। सीज़न के अंत के बाद बायोसिर्प से इथेनॉल उत्पादन को भी प्रोत्साहित किया जाएगा। चीनी आयुक्त शेखर गायकवाड़ ने बताया कि 70 परियोजनाओं से अब तक 40 करोड़ लीटर इथेनॉल का उत्पादन किया जा चुका है और 108 करोड़ लीटर का लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
सहकारिता विभाग को जिम्मेदारी
राज्य के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने चीनी मिलों की इथेनॉल उत्पादन क्षमता में सुधार के लिए बंद चीनी मिलों में इथेनॉल उत्पादन परियोजनाएं शुरू करने का निर्देश दिया है। सहकारिता विभाग को यह जिम्मेदारी दी गई है। बंद चीनी कारखानों में से कई में इथेनॉल उत्पादन परियोजनाएं थीं। पवार ने सहकारिता विभाग को साइट पर परियोजना को फिर से शुरू करने का भी निर्देश दिया है।