सतना(व्हीएसआरएस न्यूज) जी हां हम बता दें कि हिंदी की एक मशहूर कहावत शिवराज सिंह की सरकार पर सटीक बैठती है कि गुढ़ से परहेज गुलगुले से प्यार। एक तरफ तो भाजपा को गांधी परिवार से इस तरह से एलर्जी है की राहुल गांधी सोनिया गांधी का नाम आते ही पूरा भाजपा कुनबा तिलमिला उठता है। वहीं पूरे भारत में जिसकी पूजा होती है उन्हे लोग गांधी जी के नाम से जानते है। जिसके बिना गरीब हो या अमीर उस प्रतिमा रूपी गांधी को पूजता है उसे पाने के लिए रात दिन मेहनत करता है। तब कही उस फोटो रुपी गांधी को छू पाता है और संभाल कर रखता है। आज मध्य प्रदेश की सरकार में भी गांधी जी का ही बोल बाला है। विशेष सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कुछ महीने पहले मध्य प्रदेश ग्रह विभाग द्वारा कई पुलिस अधीक्षकों के ट्रांसफर लिस्ट निकाली गई थी। परंतु जिसकी गहरी दोस्ती गांधी से थी,जिनके पास गांधी जी की भरमार थी,उन्होंने रातों रात शिवराज सरकार के खास लोगों से मिलकर बिचौलियोें के माध्यम से जिसे सरल भाषा में दलाल कहते है इनके जरिए गांधी जी को शिवराज सरकार के हवाले कर दिया,और अपना ट्रांसफर रुकवा लिया।
अब गांधी जी की कृपा से मन चाहा जिला हासिल कर लिया। अब भले ही मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार प्रधानमंत्री मोदी जी के सामने चापलूसी कर मोदी सरकार का गुणगान करती हो परंतु हकिकत तो यह है कि शिवराज सरकार में भी गांधी जी का ही बोलबाला है। गांधी दर्शन का बहुत ही अचूक फॉर्मूला है। किसी को बिना बोले बिना संदेश ही वह शिवराज के शिवालय में जनेउधारी गांधी के साथ वह पहुंच कर मनचाहा वरदान शिव से मांग कर भांग के नशे मस्त हो जाता है और वह बोलता है
आग लगे बस्ती में हम है शिवराज की मस्ती में।
और फिर सुरू होती है आम जनता की लूट। यही कारण है कि गत दो माह पहले सतना जिले में एक पत्रकार पर जानलेवा हमला गुंडों द्वारा किया गया था और आरोपी द्वारा सतना पुलिस अधीक्षक रियाज इकबाल को एक बिचौलिए के माध्यम से गांधी दर्शन करा दिया फिर क्या इकबाल की पुलिस फरियादी को ही झूठे केस में फंसाने की धमकी देने लगी। कहते है रक्षक ही अगर भक्षक बन जाय फिर क्या आम जनता का जीना दुस्वार हो जाता है। यही चजह है कि गांधी जी का इकबाल जिंदाबाद हो गया।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रियाज इकबाल सतना पुलिस अधीक्षक सतना को ट्रांसफर की भनक लगते ही उन्होंने गांधी जी के साथ भोपाल में तब तक डेरा डाले रहे जब तक गांधी जी की कृपा से उनका ट्रांसफर नही रुक गया।
इसी वजह से लोगो में चर्चा है की सरकार भले शिवराज सिंह की है परंतु बोलबाला गांधी जी का ही है।भले शिवराज सरकार ईमानदारी की पिपडी बजाए या राहुल गांधी,सोनिया गांधी,प्रियंका वाड्रा,के नाम से दिन रात कोसते रहे।
परंतु असलियत यह है की शिवराज सरकार में भी गांधीगिरी का डंका बजता है। इसलिए यह कहावत शिवराज सरकार मे सिद्ध हो रही है।