कब कब दिखा बार्डर पर ड्रोन
- 18 फरवरी 2020 में पाकिस्तानी ड्रोन अंतरर्राष्ट्रीय सीमा पर सांबा के रेगाल क्षेत्र में दिखा
- 20 फरवरी 2020 में सांबा के चक्क फकीरा में दिखा ड्रोन
- 14 मई 2020 में सांबा के रेगाल पोस्ट पर ड्रोन से गिरायी गई एक एके 47 राइफल, 9 एमएम पिस्तौल उसकी दो मैगजीन
- 14 फरवरी 2021 में रामगढ़ में ड्राेन से फैंके गए हथियार व गोलाबारूद बरामद
- 18 मई 2021 में सांबा-रामगढ़ सेक्टर में दिखा ड्रोन
- 20 अगस्त वर्ष 2020 में हीरानगर सेक्टर में दिखा ड्रोन
- 1 जून 2021 में सांबा के रेगाल पोस्ट पर दिखा ड्रोन
- 27 जून को वर्ष 2021 में जम्मू एयरफोर्स स्टेशन में ड्रोन ने बम गिराए
- 28 जून वर्ष 2021 को जम्मू सैन्य छावनी कालूचक्क,सुजंवा,रत्नूचक्क इलाके में दो बार दिखा पाकिस्तानी ड्रोन
- 2 जुलाई 2021 में जबोबाल पोस्ट पर दिखा ड्रोन
जम्मू| व्हीएसआरएस न्यूज: आतंकियों की कोशिश है कि स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में जम्मू कश्मीर में तोड़फोड़ को अंजाम दिया जाए।बीते एक वर्ष में पाकिस्तान बैठे आतंकी संगठन लशकर और हिज्बुल मुजाहिद्दीन के आतंकियों ने जम्मू कश्मीर को दहलाने के लिए जम्मू की अतंरर्राष्ट्रीय सीमा पर 25 बार ड्रोन के जरिए हथियार व गोलाबारूद व मादक पर्दाथ अंतरर्राष्ट्रीय सीमा पर गिराने की कोशिश की।
मिली जानकारी अनुसार स्वतंत्रता दिवस के उपल्क्ष्य में पाकिस्तान अपनी सेना व आतंकी संगठनों के साथ मिलकर जम्मू को दहलाने की कोशिश में लगा हुआ है।जम्मू एयरफोर्स स्टेशन के में ड्रोन हमले के बाद पाकिस्तान की जम्मू के संवदेनशील ठिकानों पर नजर है। जिसमें सैन्य ठिकाने, तेल डिपों, सैन्य कॉनवाई,पन बिजली परियोजनाओं के लिए बनाए गए डैम, नेशनल हाइवे पर संवेदनशील पुल,टनल आदि।गत 27 जून को तो आतंकी संगठन लश्कर जम्मू के एयरफोर्स स्टेशन में ड्रोन के जरिए बम गिराने में सफल रहा।
वही सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि स्वतंत्रता दिवस या उससे पहले आतंकी जम्मू संभाग में तोड़फोड़ की किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकते है।जिस प्रकार से ड्रोन की गतिविधि जम्मू के अंतरराष्ट्रीय सीमा में बढ़ रही है।उससे सुरक्षा एजेंसियां ने भी अपनी सक्रियता बढ़ा दी है।जम्मू संभाग के इंस्पेक्टर जनरल मुकेश सिंह का कहना है कि जम्मू कश्मीर पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद है।एसएसपी चंदन कोहली का कहना है सीमापार बैठे आतंकी संगठनों ने वर्ष 2017 में रणनीति बदलते हुए ड्रोन से हथियार व गोलाबारूद को फैंकने की प्रक्रिया अपनाई।इसमें आतंकियों के मारे जाने की भी कोई गुजांइश नही रहती।
आपको बताते चले की ड्रोन आसानी से 15 किलोमीटर का हवा से हवा तक का सफर तय कर सकता है।बीते दिनों जम्मू रेलवे स्टेशन और रघुनाथ मंदिर इलाके में कुछ पुख्ता सूचनाओं के आधार पर पुलिस ने देर रात को अभियान भी चलाया गया। बेशक जम्मू के एयरफोर्स स्टेशन को एंटी ड्रोन प्रणाली से सुस्जित किया गया है। जम्मू के रेलवे स्टेशन के पास इंडियन ऑयल कारपोरेशन, हिंदोस्तान पेट्रोलियम, भारत पेट्रोलियम के पेट्रोल व डीजल के डिपों भी है।यह जम्मू का सबसे संवेदनशील क्षेत्र है।तेल के इन डिपुओं को शहर के बाहरी इलाके बजालता स्थानांतरित करने को मंजूरी भी मिल गई थी,लेकिन इन्हें स्थानांतरित करने की प्रक्रिया ठंडे बस्ते में है।