दिल्ली | व्हीएसआरएस न्यूज: कुछ महीने पहले संपन्न बंगाल विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ममता बनर्जी 2024 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली भाजपा को केंद्र की सत्ता से उखाड़ फेंकने और विरोधी दलों को एकजुट करने की मंशा से सोमवार शाम को दिल्ली पहुंच गईं। तीसरी बार पश्चिम बंगाल की सत्ता संभालने के बाद यह उनका राष्ट्रीय राजधानी का पहला दौरा है और वह मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर सकती हैं।
तृणमूल कांग्रेस द्वारा जारी की गई पांच दिवसीय यात्रा के कार्यक्रम के अनुसार, ममता बनर्जी मंगलवार को शाम चार बजे प्रधानमंत्री से मुलाकात करेंगी। सूत्रों के मुताबिक, ममता बुधवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मुलाकात कर सकती हैं। बनर्जी का कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के अलावा कमलनाथ, आनंद शर्मा और अभिषेक मनु सिंघवी समेत अन्य कांग्रेसी नेताओं से भी मुलाकात का कार्यक्रम है।
28 को विपक्षी नेताओं के साथ है बैठक
तृणमूल सूत्रों के मुताबिक, ममता 28 जुलाई को दिल्ली स्थित बंग भवन में दोपहर तीन बजे से विरोधी दल के नेताओं के साथ बैठक भी करेंगी। इस बैठक में एनसीपी प्रमुख शरद पवार, कांग्रेस नेता पी चिदंबरम समेत टीआरएस, राजद, समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी, डीएमके और शिवसेना के नेताओं को भी आमंत्रित किया गया है। इसे नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी गठबंधन बनाने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।
इधर, दिल्ली रवाना होने से पहले ममता ने में कैबिनेट की विशेष बैठक भी की। इस बैठक में पेगासस मामले की जांच कराने के लिए जांच आयोग के गठन पर मुहर लगाई गई। कैबिनेट की बैठक के बाद ममता दोपहर में हवाई मार्ग से रवाना हो गईं और शाम लगभग छह बजे दिल्ली पहुंचीं।
भाजपा विरोधी शक्ति के रूप में उभरी हैं ममता बनर्जी : मुकुल
इधर, ममता के साथ दिल्ली पहुंचे वरिष्ठ नेता मुकुल राय ने कहा कि विधानसभा चुनाव में जिस तरह से भाजपा को उन्होंने पराजित किया है, उसके बाद उनपर लोगों की निगाहें टिकीं हुई हैं और वह भाजपा विरोधी शक्ति के रूप में उभरी हैं। राय ने कहा कि दिल्ली दौरे के दौरान ममता बनर्जी कई नेताओं के साथ मुलाकात करेंगी।
जैन हवाला का खुलासा करने वाले पत्रकार विनीत नारायण से मिलीं
ममता बनर्जी दिल्ली पहुंचकर अपने भतीजे और लोकसभा सांसद अभिषेक बनर्जी के आवास पर सोमवार शाम को वरिष्ठ पत्रकार विनीत नारायण से मुलाकात की। पत्रकार विनीत नारायण ने ही अपनी वीडियो मैगजीन कालचक्र के जरिये 1995-96 में जैन डायरी का खुलासा किया था जिनमें वरिष्ठ नेताओं को हवाला के जरिये लाखों रुपये देने का जिक्र था। हाल ही में ममता ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ पर हवाला के जरिये पैसे लेने का आरोप लगाया था। माना जा रहा है कि विनीत नारायण से उनकी मुलाकात इसी संबंध में थी।
सूत्रों के मुताबिक, उनका विपक्षी नेताओं से मुलाकात का कार्यक्रम खटाई में पड़ गया है। कोविड-19 प्रोटोकॉल के चलते संसद के केंद्रीय कक्ष में सांसदों के अलावा किसी भी अन्य व्यक्ति के प्रवेश पर रोक होने से ममता का मंगलवार को वहां जाकर विपक्षी नेताओं से मिलने का कार्यक्रम खटाई में पड़ गया है।
संसद के मानसून सत्र के दौरान दिल्ली दौरे पर पहुंचीं ममता बनर्जी अन्य विपक्षी दलों के नेताओं से भी मुलाकात कर सकती हैं। तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी भूमिका निभाने की तैयारी में हैं। पश्चिम बंगाल में लगातार तीसरी बार सत्ता पर काबिज होने वाली ममता बनर्जी का विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद यह पहला दिल्ली दौरा है।
दिल्ली के लिए निकलने से पहले ममता बनर्जी ने कोलकाता में राज्य मंत्रिमंडल की विशेष बैठक में हिस्सा लिया। बनर्जी ने कोलकाता के एनएससी बोस अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर पत्रकारों से बात नहीं की। इससे पहले ममता बनर्जी ने पत्रकारों से कहा था कि प्रधानमंत्री ने उन्हें इस सप्ताह मुलाकात का समय दिया है। हालांकि, बनर्जी ने प्रधानमंत्री के साथ प्रस्तावित बैठक का विवरण साझा करने से इंकार कर दिया था।
वहीं, बनर्जी के दिल्ली दौर पर निशाना साधते हुए पश्चिम बंगाल भाजपा इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी फर्जी टीकाकरण शिविर मामला, चुनाव बाद हिंसा और अन्य मुद्दों को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रही हैं और इससे बचने के लिए वह कुछ दिन के लिए राज्य से बाहर रहना चाहती हैं। उन्होंने दावा किया कि विपक्षी दलों को एकजुट करने का ममता बनर्जी का प्रयास सफल नहीं होगा।