पटना| व्हीएसआरएस संवाददाता: कल गुरुवार की रात पटना एयरपोर्ट पर केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) के जवानों ने दो संदिग्धों को पकड़ा है। दोनों इंडिगो की उड़ान से दिल्ली जाने की जुगत में थे।
मिली जानकारी अनुसार इन दोनों में मोहम्मद जावेद नाम का युवक काबुल का रहने वाला है, जबकि मोहम्मद अरमान खुद को दरभंगा का निवासी बता रहा है जावेद के वीजा की अवधि दो महीने पहले खत्म हो चुकी है। सीआइएसएफ के जवानों ने सामान्य पूछताछ के बाद दोनों युवकों को एयरपोर्ट थाना पुलिस के सुपुर्द कर दिया है। पुलिस व अन्य एजेंसियां दोनों से गहनता से पूछताछ कर रही हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार गुरुवार की रात पटना एयरपोर्ट पर दो युवक दिल्ली की उड़ान पकड़ने पहुंचे थे। सुरक्षा जांच में के दौरान सीआइएसएफ के जवानों ने पाया कि काबुल निवासी मो. जावेद के वीजा की अवधि दो महीने पहले समाप्त हो चुकी है। इसके बाद उसे यात्रा से रोक दिया गया।
वहीं, पूछताछ के लिए उसके साथी मो. अरमान को भी यात्रा की अनुमति नहीं दी गई। बाद में सीआइएसएफ ने दोनों को स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया पूछताछ में जावेद ने बताया कि बीते जनवरी में वह काबुल से इलाज कराने भारत आया था, लेकिन कोरोना के कारण लाकडाउन हो जाने से वह भारत में फंस गया था। अफगानिस्तान के हालात को देखते हुए अब उसने काबुल जाने की योजना बनाई थी। वर्तमान में दिल्ली से काबुल के लिए कोई सीधी उड़ान नहीं है। लिहाजा जावेद ने दुबई के रास्ते काबुल जाने की योजना बनाई थी।
वहीं एयरपोर्ट पुलिस के मुताबिक मो. मो. अरमान की बातें संदिग्ध लग रही हैं। वह खुद को भले ही दरभंगा निवासी बता रहा है, लेकिन उसका हुलिया अफगानी नागरिक जैसा लगा रहा है। हालांकि छानबीन के लिए दरभंगा से अरमान के भाई को पटना बुलाया गया है। फिलहाल मामले की छानबीन जारी है।