उचकागांव| व्हीएसआरएस संवाददाता: इस साल लगातार हुई बारिश में परवल, कद्दू, भिंडी, नेनुआ , करैला, बोरा, बैगन आदि मौसमी सब्जियों की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई। खेतों में जलजमाव व लगातार बारिश के कारण किसानों को मक्का की बुवाई करने का मौका ही नहीं मिला। अधिकतर खेतों में लगे धान के बिचड़े भी डूब गए। बारिश व जलजमाव के कारण कुछ ऊपरी इलाके के खेतों को छोड़ इस साल धान की खेती करने पर भी संकट की स्थिति बन गई थी।
किसान दिनेश सिंह ने बताया कि इस साल समय से पहले लगातार हुई मूसलाधार बारिश में मकई की फसल बर्बाद हो गई। इससे किसानों को लाखों की क्षति पहुंची है।
इधर, मौसमी हरी सब्जियों की फसलें अतिवृष्टि के कारण खेतों में ही बर्बाद हो चुकी हैं। प्रखंड के छोटका सांखे पंचायत के कवही, छोटका सांखे, त्रिलोकपुर पंचायत के राजापुर, रघुआ, हरपुर के हरपुर राजघाट, डुमरिया, परसौनी खास के कुछ हिस्सों में जलजमाव की स्थिति बनी हुई है| करीब 15 एकड़ जमीन पर अब भी जलजमाव की स्थिति है| जलजमाव के कारण खरीफ की खेती में किसानों के समक्ष परेशानी हो सकती है|
साथ ही कृषि विभाग के आकस्मिक फसल की योजना भी प्रभावित हो सकती है| बीएओ कामेश्वर राम ने बताया कि प्रखंड क्षेत्र के कुछ पंचायतों में जलजमाव की स्थिति बरकरार है ऐसे में आकस्मिक फसल की बुआई नहीं हो पायेगी| खाली पड़े खेतों में बुआई की जाएगी|