भोरे| व्हीएसआरएस संवाददाता: स्थानीय प्रशासन व प्रतिनिधियों की उदासीनता के कारण भोरे की करीब पांच हजार की आबादी थाना रोड़ में हुए जलजमाव से त्रस्त है। बरसात की शुरुआत में ही हुआ जलजमाव उतरने का नाम नहीं ले रहा है।
हालत यह है कि भोरे थाना से लगायत भोरे गांव में जाने वाली करीब चार सौ मीटर की सड़क पूरी तरह से जलमग्न है।इस सड़क पर तीन से चार फीट तक पानी लगा हुआ है।नतीजतन भोरे गांव की करीब पांच हजार की आबादी को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
भोरे गांव को बाजार से जोड़ने वाली यही एकमात्र सड़क है। जिसके माध्यम से आ-जा कर व्यवसायी वर्ग का एक बड़ा समूह बाजार में अपने दैनिक व्यवसाय के अलावे अपने अन्य जरूरतों को पूरा करने के लिए आता-जाता है।लेकिन प्रशासन का मुख्यालय होने के बावजूद इस गंभीर समस्या की कोई सुधि नहीं ले रहा,जिससे स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है।
जल निकासी के सभी रास्ते हो गए हैं अवरुद्ध
सड़क पर लंबे समय तक जलजमाव रहने का मुख्य कारण जल निकासी के स्रोतों का अवरुद्ध हो जाना है।बाजार के लोगों का कहना है कि अगर पूर्व से बने नालों की केवल सफाई करा दी जाए तो सड़क पर से काफी हद तक पानी उतर सकता है।
नवंबर तक रह सकती है जलजमाव की समस्या
थाना रोड की सड़क पर हुए जलजमाव का यदि तत्काल निदान नहीं किया गया तो पानी सूखने में नवंबर तक का समय लग सकता है।ऐसे में भोरे की व्यवसायिक गतिविधियों के साथ-साथ आने वाले पर्व त्योहारों की रौनक भी फीकी पड़ जाएगी।
बीमारियों के फैलने का उतपन्न हो गया है खतरा
लंबे समय तक जलजमाव के कारण चारों तरफ घनी आबादी से घिरा यह इलाका कई गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकता है।इससे मुख्यालय में रहने वाली बड़ी आबादी को दोहरी मार का सामना करना पड़ सकता है।
मतदान भी हो सकता है प्रभावित
भोरे गांव के कई वार्डों का मतदान केंद्र मध्य विद्यालय भोरे पर ही पड़ता है।तथा मतदान केंद्र तक जाने का मुख्य मार्ग थाना रोड ही है।अगर 8 अक्टूबर को होने वाले मतदान के पूर्व जल निकासी का प्रबंध नहीं हुआ तो मतदान के प्रति स्थानीय लोगों का उत्साह प्रभावित हो सकता है।
समस्या के निदान के लिए इस सड़क पर प्रशासन की तरफ से कुछ दिन पूर्व चार-पांच ट्रॉली राबिस गिराया गया था,लेकिन उसे समतल कराने की व्यवस्था भी नहीं की गईं।जिससे समस्या जस की तस बनी हुई है।