उचकागांव | व्हीएसआरएस संवाददाता: त्रिलोकपुर पंचायत भवन पर जीविका के माध्यम से ताड़ी बेचने वाले लोगों को ताड़ी से नीरा बनाने के लिए प्रशिक्षित किया गया।
प्रशिक्षण में जिला आजीविका प्रबंधक रंजन कुमार ने कहा कि ताड़ी को लोग केवल नशे के रूप में प्रयोग करना जानते हैं। परंतु लोग इस बात से बेखबर है कि यह ताड़ी औषधीय गुणों की खान है। ताड़ का रस ज्वाइंडीस, ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों को ठीक करने में सहायक है। इसका सेवन करने से आंखों की रोशनी भी बढ़ाती है। इससे पेड़ा और गुड भी बनाया जा सकता है। परंतु सरकार द्वारा गुणों की खान इस ताड़ी को नशे से मुक्त रखने के लिए ताड़ी को नीरा बनाकर बेचने का निर्णय लिया गया है।
इसलिए जीविका के माध्यम से क्षेत्र के सभी ताड़ के पेड़ पर चढ़ने वाले लोगों की पहचान की जा रही है। ऐसे लोगों का जीविका संस्था सरकार के माध्यम से लाइसेंस बनवाएगी। जिसके बाद लाइसेंस प्राप्त लोगों से ताजा ताड़ी इकट्ठा करा कर उससे नीरा का निर्माण कर काउंटर के माध्यम से उसकी बिक्री कराई जाएगी। शेष बचे ताड़ी को गुड़ और पेड़ा बनाने के लिए प्रयोग किया जाएगा।
इस दौरान उन्होंने ताड़ी से नीरा बनाने के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी गई। मौके पर सीसी सत्यम कुमार, सुधीर कुमार, सन्नी देव आदि थे।