मीरगंज। व्हीएसआरएस संवाददाता: कहा जाता है कि स्वैच्छिक रूप से किया गया रक्तदान महादान के बराबर महत्व रखता है। आपके द्वारा किए गए रक्तदान से अस्पतालों में भर्ती गंभीर रूप से जख्मी मरीजों की जिंदगी बच जाती है। समय पर जरूरतमंद मरीज को खून मिल जाए तो उसके लिए इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता। मानवता हमारा धर्म है, नेकी हमारा कर्म है। हम सौभाग्यशाली है कि हमारा रक्त किसी की जिंदगी बचाता है। इससे बड़ा कोई पुण्य का कार्य नहीं है।
यह बात आनन्द सोनी ने अपने पिता की दुसरे पुण्य तिथि पर ब्लड बैंक में स्वैच्छिक रक्तदान करते हुए कहा। आगे उन्होंने बताया कि जब पीड़ित मरीज के लिए परिजन के साथ कोई डोनर नहीं होता है। ऐसे में उन्हें खून के लिए इंतजार करना पड़ता है। ऐसी स्थिति में हमारे समिति के प्रयास से डोनर को बुलाकर जरूरतमंद मरीजों के लिए खून दिलवाया जाता है। आगे हमारी अनूठी पहल के माध्यम सेअपने जीवन के यादगार पलों को और अनुपम बनाए। जीवन के विशेष अवसरों पर रक्तदान करने की अपील की।
आपको बताते चलें कि आनंद सोनी औघड़दानी रक्तदान समिति के अध्यक्ष है इनके नेतृत्व में समिति ने पिछले चार साल में कुल 1164 यूनिट रिकॉर्ड रक्त संग्रह कर कीर्तिमान बनाया है। औघड़दानी रक्तदान समिति लगातार चार वर्षों से शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में रक्तदान शिविर का आयोजन करवा रही है। समिति ने 1164 यूनिट रक्तदान कर रिकार्ड क़ायम की है।
वहीं औघड़दानी न्यास कमेटी के अध्यक्ष विनोद व्यास ने बताया कि आनंद सोनी पिछले कई वर्षों से इस क्षेत्र में काफी सक्रिय भूमिका निभाते आ रहे हैं। इसमें इनके परिजन भी काफ़ी सहयोग करते और समय समय पर रक्तदान करते रहते है।