हथुआ। व्हीएसआरएस संवाददाता: हथुआ के बड़ा कोरौली गांव में युवाओं ने भगत सिंह की शाहादद दिवस मनायी गई |इस मौके पर जनजागरण संघ के संयोजक संजय स्वदेश ने कहा कि शहीद -ए-आजम भगत सिंह का सपना था कि सम्पूर्ण भारत में गरीब -अमीर के बच्चों को एक समान एवं निशुल्क शिक्षा मिले. भ्रष्टाचार मुक्त भारत बने.
आम आदमी को निशुल्क स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो. भारत से गरीबी समाप्त हो. मजदूर- किसान को उनके अधिकार मिले और भारत दुनिया का सबसे बड़ा ताकतवर देश बने. लेकिन दुर्भाग्य से आज की नौकरशाही के मनमाने व्यवहार से आम आदमी त्रस्त है. युवा का एक बड़ा वर्ग राह भटके हुवे हैं. यदि भगत सिंह के विचारों का प्रसार किया गया होता तो आज के युवाओ की ताकत से समाज का हर वर्ग मजबूत रहता.
इस मौके पर शिक्षक शशि भूषण भारती ने कहा कि इसी दिन भगत सिंह के साथ सुखदेव था और शिवराम राजगुरु ने भी भारत की आजादी के लिए हंसते-हंसते फांसी के फंदे को चूम लिया. इन तीनों लोगों की शहादत को याद करने के लिए हर साल 23 मार्च को शहीद दिवस मनाया जाता है.
सामाजिक कार्यकर्ता आलोक कुमार सिंह ने कहा कि यूथ आइकॉन है. हर युवा को इनकी जीवनी पढ़नी चाहिए. मौके पर रतनजय शर्मा, उदय प्रताप, अमरजीत, भुवनेश्वर कुमार, रंजन कुमार , अमन कुमार रंजन, आदित्य राज, गोविंद गुप्ता समेत कई लोग उपस्थित थे।