मीरगंज।व्हीएसआरएस संवाददाता: रक्तदान एक जीवनदान है हमारे द्वारा किया गया रक्तदान कई जिंदगी को बचाता है इस बात का एहसास हमें तब होता है जब हमारा कोई अपना खून खून के लिए जिंदगी और मौत के बीच जूझता है। उस वक्त हम नींद से जागते हैं और इसे बचाने के लिए जद्दोजहद करते हैं।
इसी कड़ी में आज हम बात कर रहे एक ऐसे ही रक्तवीर पीयूष कुमार गुप्ता जो प्राचीन औघड़दानी मन्दिर न्यास बोर्ड कमिटि के सक्रिय सदस्य हैं। ये कमिटी पूरे राज्य भर में रक्तदान करने के मामले में अपनी एक अलग पहचान बनाई है।
वैश्विक महामारी करोना काल में जब पूर्ण लॉकडाउन भी लगा हुआ था उस समय भी लोगों को रक्त देने के लिए इस कमिटी के सदस्य सड़कों पर निकल पड़ते थे। लॉकडाउन में रक्तदान के नाम पर प्रशासन भी सहयोग करते थे। और आज फिर जैसे ही समिति के माध्यम से जब ये ज्ञात हुआ कि सदर अस्पताल सिवान में इलाजरत मिर्ज़ापुर,हथुआ निवासी श्री योगेंद्र तिवारी जी को उनके उचित उपचार के लिए 1यूनिट रक्त की अत्यंत आवश्यकता है। तब जाकर इन्होंने सदर अस्पताल सिवान के ब्लड बैंक में जाकर रक्तदान कर उन्हें 1 यूनिट रक्त मुहैया कराया।
बातचीत के दौरान पीयूष कुमार गुप्ता ने बताया कि रक्तदान का महत्व हमें उस वक्त समझ आता है, जब हमारा कोई अपना प्रियजन अस्पताल में रक्त के लिए जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा होता है। हम परेशान होते हैं कि काश कोई व्यक्ति हमारे अपने की जिंदगी के लिए रक्त दे दे और उसे बचा ले। जब रक्तदान का इतना अधिक महत्व है और हमें इसका कोई नुकसान भी नहीं होता तो क्यों न हम भी नियमित रूप से रक्तदान करें। मैने अब तक नौ बार रक्तदान किया है। साथ ही युवा साथियों को प्रेरित कर रक्त की कमी को पूरा करने का प्रयास करता हूं। अंत में उन्होने कहा कि किसी भी समय फोन आने पर जरूरतमंद रक्तदान के लिए निकल पड़ते हैं ।रक्तदान करने में खुशी मिलती है।
वहीं औघड़दानी रक्तदान समिति के अध्यक्ष श्री आनंद सोनी ने बताया कि हमारे देश में रक्त ना मिल पाने के कारण लाखों लोगों की मौत हो जाती है। अगर इनको सही समय पर जाए तो इन जानों को बचाया जा सकता है। इसी मकसद से रक्तदान शिविरों का आयोजन किया जाता है। जाहिर है आपके द्वारा किया गया रक्तदान सबसे बड़ा दान माना जाता है, क्योंकि इससे आप किसी दूसरे व्यक्ति की जिंदगी बचा सकते हैं। कई बार तो वह रक्तदान आपके किसी अपने के भी काम आ जाता है।