मांझागढ़ | व्हीएसआरएस संवाददाता: प्रखंड मुख्यालय स्थित ग्रामीण अभियंत्रण कार्य विकास की सड़कें,अब सड़क कहलाने लायक नहीं रही। सड़क खुद अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रही है। गढ़े से पट्टी तक सड़क पर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। विदित हो की प्रखंड के भड़कुइया मोड़ के पास एनएच 27 से मांझा बाजार होते हुए कर्णपुरा मोड़ तक जाने वाली ग्रामीण अभियंत्रण कार्य विभाग की मुख्य सड़क पूरी तरह गद्वे मे तब्दील हो गया है। गढ्ढे में बारिश की पानी राहगीरों के लिए जानलेवा बन गया है।
सड़क का सही से निर्माण नहीं होने से आये दिन इस सड़क पर दुघर्टना हो रही हैं। दशकों पूर्व हुए इस सड़क का निर्माण के बाद से आज तक इस सड़क का निर्माण नहीं हुआ।बल्कि सड़क का निर्माण की जगह सिर्फ उसकी मरम्मती कर छोड दिया जाता है । जिसके कारण इस सड़क की इतनी बुरी दुर्दशा है। जबकि इस सड़क के निर्माण के लिए स्थानीय लोगों ने सड़क के निर्माण के लिए स्थानीय प्रशासन से लेकर विधायक, सांसद से गुहार लगा चुके हैं। स्थानीय विधायक विधानसभा में भी प्रश्न उठा चुके हैं।लेकिन आज तक ग्रामीण अभियंत्रण कार्य विभाग इस सड़क के निर्माण के प्रति जागरूक नहीं है। जबकि उक्त सड़क मांझा प्रखंड के साथ बड़हरिया, बरौली प्रखंड के लगभग सैकड़ों गावो को जिला मुख्यालय से जोड़ने वाली एक मात्र यह सड़क है।
कहते हैं अधिकारी
इस बारे मे मांझा बीडीओ बिडडू कुमार राम ने बताया कि जिला पदाधिकारी के साथ हुयी बैठक में प्रखंड से तीन सड़कों के निमार्ण के लिए मेरे द्वारा लिखित आवेदन दिया गया है। जिसमे भड़कुइया से लेकर मांझा बाजार तक की सड़कें शामिल है। ग्रामीण कार्य विभाग की उदासीनता के कारण सड़क का निर्माण कार्य नहीं हो रहा है।