मांझागढ़। व्हीएसआरएस संवाददाता: बाल्मीकिनगर बराज से गंडक नदी में पानी का डिस्चार्ज लेवल कम होने के बाद दियारा में लोगों ने राहत की सांस लिया है । अब जलस्तर काफी तेजी से कम हो रहा है । अब खेतों में ही पानी रह गया है । हालांकि अभी भी आवागमन के लिए नाव का प्रयोग नदी को पार करने के लिए करना पड़ रहा है । बलुही व गौसियां में कुल 10 नाव चल रही है । वहीं गंडक में पानी कम होने के बाद कटाव का भी खतरा बढ़ गया है । बाढ़ की वजह से कटाव निरोधी कार्य भी ठप पड़ा हुआ है ।
ज्ञात हो कि माँझा प्रखण्ड का निमुइयाँ , माघी , मुंगरहा , केरवनिया टोला गौसियां का वृति टोला , बलुआ टोला , मदन मुखिया का टोला , भैसही का मलाही टोला , पुरैना का इशुआपुर बाढ़ से प्रभावित इलाका है । यहां के लोगों को काफी कष्ट झेलना पड़ रहा है । प्रशासन की ओर से अभी भी दियारा क्षेत्र को बाढ़ प्रभावित नहीं घोषित किया गया है । दियारा के लोगों का कहना था कि उम्मीद थी कि सरकार की ओर से राहत राशि मिलती तो थोड़ी राहत मिलती लेकिन स्थानीय प्रशासन सही रिपोर्ट जिला को नहीं भेज रहा है।
वहीं जनप्रतिनिधियों के प्रति भी लोगों में नाराजगी भरी हुई है । पानी का लेवल कम होने के बाद स्वास्थ्य से सम्बंधित समस्याएं भी बढ़ जाती है । कोरोना की तीसरी लहर के खतरा बच्चों में ज्यादा है । इसको लेकर भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोग डरे सहमे हैं । निमुइयाँ में अभी भी शत प्रतिशत कोविड वैक्सीनेशन नहीं हो सका है ।