मीरगंज। व्हीएसआरएस संवाददाता: बारिश के बाद शहर को नारकीय स्थिति से बचाने के लिए इस बार नगर परिषद कई छोटे -बड़े नालों का निर्माण करा रहा है जिससे जलजमाव से लोगों को निजात मिलेगा।
जलजमाव से निपटने के लिए नगर परिषद मीरगंज ने एक मास्टर प्लान तैयार किया है। इसके तहत जलजमाव से खासा प्रभावित इलाकों में शामिल किया गया है जिसमें शहर के वार्ड नंबर 1,2,3,12 तथा 13 को जोड़ते हुए एक बड़े नाला निर्माण कराया जा रहा है। इससे बारिश का पानी इन नालों से होते हुए मलहनी खाड़ में मिल जाएगा और वहां से पानी बदरजीमी दाहा नदी में चला जाएगा।
कई नालों का निर्माण अंतिम दौर में है तो कई का कार्य तेजी से चल रहा है। रजिस्ट्री कचहरी रोड से हरखौली पश्चिम टोला से होते हुए एक नाला मलहनी खाड़ तक पहुंचेगा। जिससे कि कई इलाकों के लोगों को राहत मिलेगी। वहीं, दूसरा नाला मिल रोड से निकलेगा जो कि वार्ड नंबर 10,11,के जल की निकासी करते हुए उसे रेलवे पार गिरा देगा। दोनों नालों के निर्माण में एक करोड़ 65 लाख रुपए के करीब आने का अनुमान हैं। बरसात के पहले इन कार्यों को पूरा कर लेना है।
बरसात में मिलेगी जलजमाव से राहत:
मानसून की बारिश शुरू हो जाने से ही वार्ड संख्या 1, 2,3,4, 5 एवं पोस्ट ऑफिस के पीछे वार्ड संख्या 11 के लोग जलजमाव से जूझने लगते हैं। इन इलाकों में जलनिकासी का कोई प्रबंध नहीं है। पहले लोग आसपास के खेतों में अपने घरों का पानी गिराते थे। खेतों में मकान बनने के बाद जल निकासी की समस्या भीषण रूप धारण कर रही है। अभी भी कई इलाकों में जलजमाव कायम है। नगर परिषद द्वारा स्थायी रूप से इन इलाकों के लोगों को जलजमाव से मुक्ति दिलाए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन, नालों के बन जाने के बाद ही जल निकासी का स्थाई समाधान मिल पाएगा। ऐसी संभावना है कि इस बार बरसात में जलजमाव से राहत मिलेगी।
शहर को जलजमाव से मुक्ति दिलाने के लिए दो बड़े नालों का निर्माण कराया जा रहा है। इससे आधा दर्जन से ज्यादा मोहल्ले की जलनिकासी सुव्यवस्थित ढंग से हो सकेगी।
डॉ अजीत कुमार शर्मा , कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद मीरगंज