मीरगंज।व्हीएसआरएस संवाददाता: राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन के तत्वावधान में रविवार को मीरगंज स्थिति कौशल विकास केंद्र के परिसर में नागरिकों, बुद्धिजीवियों,किसानों तथा समाज के विभिन्न वर्गो के प्रतिनिधियों के सहयोग से बंद हो चुके हथुआ चीनी मिल की पुर्न स्थापना को लेकर जनसंवाद का कार्यक्रम का आयोजन किया गया|
इस अवसर पर प्रतिनिधियों, उद्योगपतियों, व्यापारियों, किसानों ने एक सुर में चीनी मिल स्थापना को लेकर आवाज बुलंद की। इस अवसर पर आंदोलन के प्रदेश संयोजक ई. विमल कुमार ने कहा कि पिछले दो दशक से हथुआ चीनी मिल बंद है|
इसके कारण एक तरफ स्थानीय लोगों के समक्ष रोजगार का संकट पैदा हो गया है वहीं दूसरी तरफ किसी तरह के उद्योग धंधा नहीं होने के कारण विकास पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। उद्योग के नाम पर इस क्षेत्र में एकमात्र चीनी मिल था जो सरकार की लापरवाही के कारण बंद हो गई| किसान जो गन्ना बेचकर अपनी परिवार चला रहे थे, उनके समक्ष भीषण आर्थिक संकट पैदा हो गया है।
इसके अलावा सूक्ष्म, लघु तथा मध्यम उद्योग बंद है| इस दिशा में सरकार के द्वारा कोई पहल नहीं किया जा रहा है| कार्यक्रम में काफी मंथन के बाद यह जरूरी समझा गया कि किसानों के हित तथा आम आदमी के आय को बढ़ाने के उद्देश्य से चीनी मिल की पुर्नस्थापना के लिए संघर्ष जरूरी है| जिसमें सभी लोगों का लेने सहयोग देने की बात कही गई।
कार्यक्रम के संयोजक सूरज कुमार सूरज ने सहयोग करने का आश्वासन देते हुए इस उद्देश्य की पूर्ति तक चरण बद्ध ढंग से विभिन्न स्तरों के कार्यक्रमों को विस्तार देने की आवश्यकता पर बल दिया|समाजवादी नेता काशीनाथ सिंह ने अध्यक्षीय भाषण में इस पहल को समय की मांग बताया और ग्राम स्तर पर कार्यक्रम को आयोजित करके लोकतांत्रिक ढंग से रणनीति बनाए जाने पर बल दिया| उन्होंने कहा कि हमारी स्थानीय विरासत को सरकार वापस करें lवही वरिष्ठ पत्रकार वरुण कुमार मिश्र ने मुख्य वक्ता के रूप में मिल की पृष्ठभूमि को विस्तार से बताते हुए कहा कि 1930 के दशक में स्थापित मिल का चीनी उत्पादन में गौरवपूर्ण स्थान रहा है।
इस मिल से स्थानीय क्षेत्र की तीन चौथाई आबादी रोजगार पाती थी तथा क्षेत्र के युवा वर्ग आर्थिक रूप से प्रेरित होकर स्वरोजगार करता था। उन्होंने कहा कि गुणवत्ता के कारण यहां के मिल की चीनी की मांग देश-विदेश में होती थी। इस को ध्यान में रखकर केंद्र और राज्य सरकार की उदासीनता तथा लापरवाही के प्रति विरोध के रूप में जनसंवाद का आयोजन एक छोटी पहल है | जनसंवाद आगे की रणनीति बनाने के लिए सतह तैयार करेगा तथा विकास की संभावनाओं को तलाश करेगा |
मौके पर जिला संयोजक कमलेश्वर प्रसाद, फैयाज आलम, सुंदर कुमार सुंदरम, प्रभात कुमार, माधव अग्रवाल ,अशोक महतो , कमलेश्वर चौहान, शत्रु, शिव शंकर सिंह, त्रिमूर्ति कुमार पटेल ,राजेश कुमार गुप्ता ,कुमार संजय , अमित पांडेय ,अर्जुन ,सोनू सिंह ,देवता ,नीरज, जितेंद्र प्रसाद ने भी अपने विचार को व्यक्त किया। इस अवसर पर अविनाश कुमार, शत्रुघ्न प्रसाद ,रंजीत कुमार राय, राजू कुमार सोनी, जितेंद्र कुमार, विजेंद्र कुमार, अर्जुन साह, बाल्मीकि कुमार आदि थे।