गंडक में कटाव पड़ा धीमा
मांझागढ़ । व्हीएसआरएस संवाददाता: प्रखण्ड के निमुइयाँ में गंडक नदी का कटाव अब धीमा पड़ने लगा है । बम्बू रोल व पेड़ो की टहनी किनारे पर डालकर निरोधी कार्य को तेज कर दिया गया है । जिसके बाद से कटाव की रफ्तार काफी कम हुई है । कटाव धीमा पड़ने के बाद दियारे के लोगों ने राहत की सांस लिया है।
ज्ञात हो कि निमुइयाँ दियारा क्षेत्र के गछुलिया टोला , बुझी रावत के टोला , नया तिवारी के टोला , विशुन साहनी के टोला गंडक नदी में विलीन होकर अस्तित्व को समाप्त कर चुका है । कटाव की वजह से करीब 50 एकड़ से अधिक गन्ने की फसल गंडक में विलीन हो गया है । वहीं खीरा , तरबूज , कद्दू की खेती समाप्त हो चुकी है ।
स्थानीय लोगों के अनुसार करीब 2 सौ घर कटाव की वजह से नदी में विलीन हो गए हैं । दर्जनों लोग अपने घरों को कटाव की डर से तोड़ चुके हैं । हालांकि अब कटाव निरोधी कार्यो का परिणाम दिखने लगा है । सोमवार से कटाव धीमा पड़ गया है ।
स्थानीय निवासी विनोद साहनी ने बताया कि कटाव धीमा पड़ने से लोग खुश हैं। हालांकि अब तक पीड़ित लोगों को प्रशासन से किसी भी प्रकार की राहत नहीं मिली है । प्रशासनिक सहायता नहीं मिलने से लोग निराश है । विस्थापित लोग नहरों के किनारे अपना आशियाना बना रहे हैं ।
पायलट चैनल व बेडवार की मंत्री से मांग
निमुइयाँ निवासी विनोद साहनी ने बिहार सरकार के कैबिनेट मंत्री मुकेश साहनी से कटाव निरोधी कार्यो के तहत पायलट चैनल व बेडवार की मांग किया है । उनका कहना है कि दियारा का चार गांव नदी में समाहित हो चुका है ।
वहीं तीन गांवों पर कटाव का खतरा मंडरा रहा है । अगर कटाव निरोधी कार्य को तेज कर दिया जाएगा तो दियारे के कई गांव नदी में समहित होने से बच सकते हैं ।