मीरगंज।व्हीएसआरएस संवाददाता: लगातार हो रही वर्षा के कारण मीरगंज शहर के कई मोहल्लों का दृश्य ही बदल गया है। पानी इस कदर जमा हो गया है कि मानों यह झील के बीच मोहल्ला बसा हो। जल जमाव के कारण शहर के कई मोहल्लों की स्थिति नारकीय हो चुकी है। लेकिन इसके निदान के लिए ना तो स्थानीय जनप्रतिनिधि ही सक्रिय दिख रहे हैं और ना तो प्रशासन की तरफ से ऐसी कोई व्यवस्था ही हो पायी है।
जल निकासी के नाम पर शहर में लाखों रुपये खर्च हो चुके हैं, लेकिन सभी नाले बेकार साबित हो चुका है। नतीजतन ये नाले को उपयोग लोगों ने कूड़ादान कर उसे भी भर दिया। आश्चर्य जनक बात तो यह है कि सबसे जलजमाव से पीड़ित रहने वाला वार्ड दो व तीन है जहां लोग काफी प्रभावित है| सबसे खस्ता हालत शहर के रजिस्ट्री कचरहरी रोड, पोस्ट ऑफिस रोड, प्रज्ञा नगर, साधना पुरी,मिल रोड सहित अन्य मोहल्लों में जल जमाव की स्थिति है। पोस्ट ऑफिस रोड में नालियों का गंदा पानी सड़क पर बहने से नारकीय स्थिति बनी हुई है।
पानी का रंग काला पड़ चुका है। जल निकासी की व्यवस्था नहीं होने के कारण लोगों को इसी गंदे जल से आने-जाने की मजबूरी है। शहर के मछली हट्टा जाने वाली मुख्य सड़क पर पिछले काफी दिनों से एक से डेढ़ फिट पानी जमा है। वहीं स्टेशन रोड में प्राचीन औघड़दानी शिवमन्दिर जाने वाले मुख्य रोड में भी पानी जमा है। स्थिति यह है कि लोगों को इसी पानी के बीच अपने जूते-चप्पल हाथ में लेकर निकलना पड़ता है। बारिश के बाद संक्रमण की भी संभावना बनी हुई है।
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क्या है निदान :
मीरगंज में जलजमाव से स्थायी निदान के लिए नगर परिषद को एक योजना के तहत काम करना होगा| सबसे पहले तो शहर के नालियों को आपस में जोड़ना होगा ताकि गन्दा पानी का निकास एक निश्चित स्थान पर हो सकें| इसके लिए नगर परिषद के पास तीन विकल्प है| पहला मिल रोड में पीसीसी नाले का निर्माण करा कर गन्दा पानी को रेलवे लाइन ब्रिज से होते हुए दाहा नदी में गिराया जाय| दूसरा विकल्प है कि मेन रोड के पानी को थाना रोड से होते हुए कपरपुरा मलहनी खाड़ में गिराया जाय| इसके लिए भी पीसीसी नाला का होना जरूरी है और तीसरा विकल्प है कि वार्ड एक व दो के पानी को हरखौली होते हुए मलहनी खाड़ तक गिराया जाय तभी जलजमाव की समस्या से निपटा जा सकेगा| इसके लिए पीसीसी नालों का निर्माण कराना होगा जिसपर करोड़ों रुपए खर्च होंगे| नालों के एक निश्चित दुरी पर चेम्बर का निर्माण होगा ताकि वहां नाले के कचरा को रोका जा सकें|
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क्या कहते है लोग :
शहर में जलजमाव से लोगों की परेशानी बढ़ गई है | बरसात होते ही सड़क पर पानी लग जाता है जिससे शहर वासियों को काफी परेशानी होती है| करोड़ों रुपए नाले के निर्माण में झोंक दिए गए है लेकिन जलजमाव की समस्या बरकरार है| नालों के निर्माण में सरकारी राशि की लूट की गई है इसकी जांच होनी चाहिए|
मुन्ना गुप्ता , मीरगंज
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शहर में नालियों की बनावट इस कदर है कि घर का पानी नाला में जाने के बजाय घर में ही आने लगता है जिससे संक्रामक बीमारियों के होने का खतरा बना हुआ है| नगर परिषद को अविलम्ब समस्या से निदान के लिए काम करना चाहिए|
कमलेश्वर प्रसाद गुड्डू माली , मीरगंज
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बरसात में शहर की सड़के नारकीय हो गई है| पानी की समुचित निकास नहीं होने से सड़क पर ही गंदा पानी लगा हुआ है| इससे लोग बेहद परेशान है| इससे निदान की जरूरत है|
पप्पू कुमार, मीरगंज
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क्या कहते है ईओ :
मीरगंज नगर परिषद में बरसात पूर्व नालियों की उड़ाही की जा रही है लेकिन कुछ स्थानों पर अब भी जलजमाव की समस्या बनी हुई है| नालों के लेवलिंग की समस्या से जलजमाव जैसे हालत है इसको पूरी प्लानिंग के तहत ठीक किया जाएगा|
डॉ अजीत कुमार शर्मा, ईओ, मीरगंज नगर परिषद