मांझागढ़। व्हीएसआरएस संवाददाता: प्रखण्ड के चार पंचायतों के आठ गांवों में बाढ़ से तबाही मची हुई है । लोग अब तटबंध पर शरण लेने को मजबूर हो रहे हैं । वहीं प्रशासन की ओर से अब तक उन्हें किसी भी प्रकार की मदद नहीं मिल सकी है । माँझा प्रखण्ड में बाढ़ प्रभावित लोगों को अब तक पॉलीथिन भी नहीं दिया गया है ।
फिलहाल लोगों को सिर्फ आश्वासन ही मिला है । तटबंध पर शरण ले रहे लोगों को बारिश के दौरान भी सर छुपाने की जगह नहीं मिल रही है । माल-मवेशी व अपने घर के सामान के साथ इधर उधर भटकने को मजबूर हैं । खाना बनाने की सामग्री जुटाना भी मुश्किल हो रहा है । गौसियां , सहलादपुर , पुरैना , पैठानपट्टी में लोग तटबंध पर शरण लिए हुए हैं । निमुइयाँ के माघी , केरवानिया टोला , मुंगरहा व गौसियां के बलुआ टोला , वृति टोला तथा पुरैना का इशुआपुर पूरी तरह से जलमग्न है । लोगों के घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है ।
वहीं सहलादपुर के समीप बांध पर शरण लिए लोगों ने बताया कि के चूड़ा-मीठा खाकर गुजारा कर रहे हैं । सबसे अधिक परेशानी छोटे बच्चों तथा वृद्ध को हो रही है । उन्हें खाने पीने की भी समस्या हो रही है । अब तक सामुदायिक रसोई की व्यवस्था नहीं हो सकी है । एक तो पहले से ही लॉकडाउन की वजह से लोग परेशान थे अब बाढ़ ने तबाही मचा दिया है ।
लोगों का कहना था कि अब भी बहुत लोग गांवों में ही ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हुए हैं । नाव की व्यवस्था नहीं होने से लोगों को बाहर निकालने में काफी परेशानी हो रही है । सरकारी स्तर पर अब तक एक भी नाव की व्यवस्था नहीं कि जा सकी है ।
आपको बताते चलें कि निजी नाव तो चलायी जा रही है लेकिन सुरक्षा के मानकों का ध्यान नहीं रखा जा रहा है जिससे खतरा बना रह रहा है । अब तक क्षेत्र के कोई जनप्रतिनिधि भी लोगों की मदद को आगे नहीं आये हैं ।