गोपालगंज। व्हीएसआरएस संवाददाता: कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में सोमवार को जिले के प्रभारी मंत्री सह सूबे के कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह और गृह विभाग के सचिव सह बिहार सह प्रभारी सचिव के सेंथिल कुमार की अध्यक्षता में बैठक हुई। आपदा से प्रभावित (बाढ़ अतिवृष्टि व अन्य आपदाओं) की समीक्षात्मक बैठक हुई। बैठक में सबसे पहले जिला पदाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी ने उपस्थित मंत्री, सचिव गृह विभाग के सचिव व सभी विधायकों को सम्मानित किया।
समीक्षा के क्रम में आपदा प्रबंधन शाखा गोपालगंज द्वारा बताया गया कि बाढ़ से निपटने के लिए संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्र और संकट ग्रस्त व्यक्तियों की पहचान कर ली गई है। बाढ़ प्रभावित अंचलों की संख्या 6 है। पंचायतों की संख्या 71 है और गांव की संख्या 215 है। परिवारों की संख्या 91499 है। तटबंध की सुरक्षा के लिए अति संवेदनशील स्थलों पर छह एसडीओ और 18 जेई की प्रतिनियुक्ति की गई है। साथ ही तटबंध की निगरानी के लिए कुल 131 स्वयंसेवकों की प्रतिनियुक्ति की गई है।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कुल 144 शरण स्थली चिन्हित किए गए हैं। शरण स्थल के अतिरिक्त 258 कम्युनिटी किचन के लिए स्थलों का चयन कर पदाधिकारी और जनप्रतिनिधि को टैग कर लिया गया है। जिले में संबंधित चिन्हित ग्राम से आबादी निष्क्रमण के लिए 45 सरकारी और 44 निजी नाव को सभी ग्रामों के साथ संबंध करते हुए बस व ट्रैक्टर चिन्हित किए गए हैं। साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा मेडिकल कैंप और मोबाइल टीम का गठन कर लिया गया है।
पशुपालन विभाग द्वारा 22 प्रकार की दवा व एम्बुलेटरी वाहन आदि की व्यवस्था की गई है। नोडल पदाधिकारी जिला स्तरीय टास्क फोर्स का गठन किया गया है। जिला आपातकालीन संचालन केंद्र सह नियंत्रण कक्ष कार्यरत है। जिसका नंबर भी जारी किया गया है। जिले में 49 प्रतिशत गोताखोर उपलब्ध है। बैठक में प्रभारी मंत्री द्वारा निर्देश दिया गया कि जिस प्रखंड में खेती की रकबा कम है वहां खाद की मात्रा कम रखें और जहां खेती की रकबा अधिक है वहां खाद की मात्रा अधिक रखें। खाद की कमी के कारण खेती प्रभावित ना रहे। साथ ही निर्देश दिया कि बाढ़ के कारण जितने लोगों की मृत्यु हुई है। उनसे संबंधित पिछले दो वर्षों से जो भी मामले भुगतान के लिए लंबित हैं उन्हें जल्द से जल्द भुगतान करें।
जिला पदाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी ने बताया कि जिले में डूबने से मृत व्यक्तियों के आश्रितों के बीच 7 करोड़ों रुपए का वितरण किया गया है। बाढ़ के कारण जितनी सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं। उनका निर्माण जल्द से जल्द कराने का निर्देश दिया गया है। बैठक में बैकुंठपुर के विधायक प्रेम शंकर प्रसाद ने कहा कि अभी किसानों को कृषि यांत्रिकी योजना के तहत अनुदान नहीं दिया गया है।
इसके जवाब में जिला कृषि पदाधिकारी ने कहा कि यंत्र के लिए एक करोड़ 72 लाख आवंटन आया था। लेकिन सरकार द्वारा एक जिले के लिए एक निश्चित कोटा दिया जाता है। लेकिन कोटा से ज्यादा आवेदन स्वीकृत कर लिया गया है। बैठक में सांसद डॉ. आलोक कुमार सुमन, खान एवं भूतत्व मंत्री जनक राम समेत अन्य पदाधिकारी थे।