मीरगंज । व्हीएसआरएस संवाददाता: थाना क्षेत्र के बसंतपुर निवासी और राकपा नेता शब्बीर आलम के मौत के बाद मीरगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। मृतक के पुत्र सबा करीम के शिकायत पर दर्ज की गई प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि बुधवार के दिन उनके घर पर उनके पट्टीदारों के द्वारा झगड़ा किया जा रहा था।
इसी दौरान उनके पिता शब्बीर आलम पटना से लौटे और झगड़ा देखकर बीच-बचाव का प्रयास किया तभी उत्तेजित पटृटीदारों ने उन पर लाठी ,भाले ,फरसे से हमला बोल दिया। चोट लगने के बाद उनके पिता वहीं पर गिर गए और बाद में उनका प्राणांत हो गया। इस संबंध में उन्होंने अनीस अहमद, शमशाद अली, तौसीफ उर्फ पप्पू ,सादिक हसन उर्फ शादाब, नूर इकबाल, अफसर अली, वारिस अली आदि को आरोपित किया है। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस ने आरोपियों के गिरफ्तारी के लेकर छापामारी शुरू कर दी है।
पुत्र ने कहा वालिद ने 2 माह पहले ही पुलिस ने लगाई थी सुरक्षा की गुहार।
इस संबंध में शब्बीर आलम के पुत्र और जदयू के प्रदेश अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के सचिव सबा करीम ने बताया कि उनके पिता ने अपने ऊपर जानलेवा हमले की आशंका जताते हुए 2 माह पहले ही मीरगंज थाने में गुहार लगाई थी यदि पुलिस इस मामले में एक्शन लेती तो शायद यह दिन देखने को नहीं मिलता।
उन्होंने बताया कि घटना के बाद उनकी मां समेत सभी भाई बहन सदमे में है वही घटना को लेकर कई नेताओं ने उनसे फोन कर उनके पिता के दिवंगत होने पर शोक प्रकट किया है और श्रद्धांजलि व्यक्त की है। इस बीच उनके जनाजे में शामिल होने के लिए शुक्रवार को उनके आवास पर भारी संख्या में लोगों की भीड़ देखी गई।
राकपा के टिकट पर लड़ चुके थे विधानसभा का चुनाव।
मृतक शब्बीर आलम राकपा के टिकट पर हथुआ विधानसभा से चुनाव लड़ चुके थे। हालांकि इसमें उनको सफलता नहीं मिल सकी थी पर क्षेत्र में उनका पहचान बन चुका था। इसके बाद उन्होंने दो बार फिर विधानसभा चुनाव में अपना भाग्य आजमाया था पर विधायक बनने मे असफल रहे थे।
उनके पुत्र सबा करीम ने बताया कि उनके निधन के बाद पटना स्थित राकपा कार्यालय में शोक सभा का आयोजन कर उनके पिता को श्रद्धांजलि दी गई है