मीरगंज।व्हीएसआरएस संवाददाता: अपग्रेड हुए नगर परिषद मीरगंज में वार्डों का गठन और परिसीमन का कार्य अब तक शुरू नहीं किया गया है जिससे समय पर चुनाव कराए जाने को लेकर संशय बन गया है।हालांकि इसके पहले वार्डों के गठन को लेकर कागजी प्रक्रिया शुरू की गई थी लेकिन विभाग से कोई गाइडलाइन नहीं मिलने से इसे गति नहीं मिल सकी। बता दें कि मीरगंज को नगर परिषद का दर्जा मिल चुका है।
जानकारी के अनुसार, अभी मीरगंज नगर परिषद में वार्डों का गठन, परिसीमन आदि का कार्य शुरू नहीं किया गया है। सबसे पहले वार्डों का गठन, परिसीमन, प्रारुप प्रकाशन, आपत्ति प्राप्त करने आदि का कार्य शुरू करना है।
उक्त कार्य संपन्न होने के बाद नगर निकाय के चुनाव का रास्ता साफ हो जाएगा। कार्य को पूरा करने के लिए जिला प्रशासन ने मीरगंज नगर परिषद के लिए पदाधिकारियों व कर्मियों की प्रतिनियुक्ति कर दी है| इन जगहों पर वार्ड पार्षद व सभापति व उप सभा पति का चुनाव कराया जाएगा। इससे शहरीकरण का सपना आसानी से साकार हो पाएगा। मालूम हो कि अपग्रेड हुए मीरगंज में वार्डों का गठन और परिसीमन का कार्य मार्च तक पूरा कर लेने का निर्देश चुनाव आयोग ने दिया है।
नगर परिषद मीरगंज में इन अधिकारियों की हुई प्रतिनियुक्ति:
मीरगंज नगर परिषद में वार्डों के गठन, परिसीमन आदि कार्यों के लिए हथुआ अनुमंडल दंडाधिकारी राकेश कुमार को प्राधिकृत किया गया है। प्राधिकृत दंडाधिकारी के सहयोग के लिए प्रखंड विकास पदाधिकारी कटेया, फुलवरिया, उचकागांव व भोरे की प्रतिनियुक्ति की गई है। वही गठन एवं परिसीमन से संबंधित कार्यों के अनुश्रवण के लिए जिला स्तररीय नोडल पदाधिकारी को प्रतिनियुक्त किया गया है।
कहां कितने होंगे वार्ड:
दरअसल, एक नगर पंचायत को 12 हजार से लेकर 40 हजार व एक नगर पर्षद को 40 हजार से लेकर दो लाख और दो लाख से अधिक जनसंख्या वाले शहर को नगर निगम बनाया जाता है| ऐसे में एक नगर पंचायत में औसत रूप में कम- से -कम 12 वार्ड होने हैं, जबकि नगर पर्षद में कम -से -कम 40 वार्ड बनाये जायेंगे| मीरगंज में 15 नए वार्ड बनने की संभावना है|
हथुआ एसडीओ राकेश कुमार ने बताया कि वार्डों के गठन व परिसीमन को लेकर विभाग से अभी कोई निर्देश नहीं मिला है| हालांकि कुछ कागजी प्रक्रिया शुरू की गई है| विभाग से गाइडलाइन मिलने पर वार्ड गठन का कार्य शुरू किया जाएगा|