उचकागांव| व्हीएसआरएस संवाददाता: स्थानीय थाने क्षेत्र के मकसूदपुर गांव की एक दलित नबालिक लड़की को उठा लेने की प्राथमिकी दर्ज कर ली गई| अगवा लड़की की मां मीना देवी ने प्राथमिकी दर्ज नहीं किए जाने की शिकायत एसपी से की थी| उसके बाद एसपी आनंद कुमार के निर्देश पर पुलिस ने आनन फानन में अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कर ली। इसके पहले पीड़ित महिला का सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हो रहा था जिसमें पीड़िता द्वारा दूसरे समुदाय के एक युवक का नाम आवेदन से नहीं हटाने पर प्राथमिकी दर्ज नहीं करने का आरोप थानाध्यक्ष पर लगाया जा रहा था।
अपहरण की घटना 5 अगस्त की बताई जा रही है। जबकि पीड़ित महिला द्वारा 21 अगस्त को उचकागांव थाने में आवेदन दिया गया था। परंतु मामले में अभी तक उचकागांव थाने में इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज नहीं होने के बाद पीड़ित महिला द्वारा एसपी आनंद कुमार को आवेदन देकर मामले में शिकायत की गई थी।
पीड़िता द्वारा पुलिस के विरुद्ध दूसरे समुदाय के एक युवक का नाम आवेदन से नहीं हटाने पर प्राथमिकी नहीं दर्ज करने का आरोप लगाते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जिसके बाद वीडियो को काफी लोगों ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा किए थे | पीड़िता के आवेदन पर थानाध्यक्ष अब्दुल मजीद के द्वारा मनबोध परसौनी गांव के युवक संदीप यादव, उसके पिता चंद्रमा यादव, जावेद आलम और उसकी मां के विरुद्ध अपहरण, मारपीट व गाली-गलौज की प्राथमिकी थाने में दर्ज कराई गई है। पुलिस मामले में जांच कर रही है।
दो माह पहले भी नाबालिक लड़की का किया था अपहरण: बताया जा रहा है कि जिस नाबालिक लड़की के अपहरण मामले में अपहर्ताओं के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए उसकी मां जगह-जगह भटक रही थी, उस नाबालिक लड़की का 2 माह पूर्व भी अपहर्ताओं द्वारा बहला-फुसलाकर अपहरण किया गया था। जिसमें पीड़िता के आवेदन पर उचकागांव थाने में 2 जुलाई को आरोपी संदीप यादव और उसके साथी जावेद आलम के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। वही लड़की के बरामदगी के बाद कुछ स्थानीय लोग एवं पुलिस के हस्तक्षेप के बाद मामले को मैनेज करा दिया गया था। मामला समाप्त होने के बाद दूबारा अपहर्ताओं द्वारा उक्त लड़की का 2 अगस्त को अपहरण कर लिया गया है।