मांझागढ़ । व्हीएसआरएस संवाददाता: रूस द्वारा यूक्रेन में हमला करने के बाद वहां रहने वाले बिहार के छात्रों के परिजन दहशत में हैं । वे लगातार भारत सरकार व बिहार सरकार से छात्रों को घर वापस बुलाने की मांग कर रहे हैं । हालांकि उनके परिजनों को भरोसा है कि सरकार कोई न कोई पहल जरूर करेगी । मांझागढ़ प्रखंड के शेखपरसा गांव की छात्रा जुली कुमारी यूक्रेन के इवानोफ्रांकविस्क मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई करती हैं । वह वहां लास्ट ईयर की छात्रा हैं ।
जब गुरुवार को रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया तो छात्राओं के बीच दहशत व्याप्त हो गया । उसने अपने भाई चन्द्रजीत कुमार सिंह से कॉल पर बताया कि उसके साथ सैकड़ो भारतीय छात्राएं हैं जो घर लौटने की कवायद में हैं । फ्लाइट बन्द होने से उनकी चिंता और बढ़ गई है । उसके भाई मुजफ्फरपुर में प्रोफेसर हैं तथा पिता रविन्द्र प्रसाद मधुबनी में एसआई हैं । यूक्रेन में तनावपूर्ण माहौल के बीच काफी चिंतित हैं व सरकार से उन्हें वापस घर लाने की गुहार लगा रहे हैं ।
बहोराटोला का ग़ौसुल आजम एमबीबीएस का है छात्र
बहोरा टोला गांव का रहने वाला ग़ौसुल आजम भी इवनोफ्रांकविस्क मेडिकल कॉलेज में ही एमबीबीएस में सेकेंड लास्ट ईयर का छात्र है । वह डेढ़ माह पूर्व ही घर आया था । यूक्रेन की ताजा हालात के बाद उसने अपने परिजनों से बात कर कहा कि वह सुरक्षित है । और खतरा वाले जगह से काफी दूर है बावजूद वह काफी चिंतित है । और घर वापस लौटना चाहता है । उसके पिता मंजूर आलम पुणे में रहकर नौकरी करते हैं । दूरभाष पर हुई बातचीत में उन्होंने बताया कि एक दिन पूर्व ही उससे बातचीत हुई थी उन्हें भारत सरकार के ऊपर भरोसा है । वहीं उसके चचेरे भाई सद्दाम ने बताया कि वह अपने भाई के सकुशल घर आने के लिए दुआ कर रहा है ।
डिग्री को लेकर चिंतित हैं छात्र
यूक्रेन में रह रहे छात्रों से जब बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि वह अपनी डिग्री को लेकर चिंतित हैं । जब एक महीने से हालात खराब होने की आशंका थी तो वे घर लौटना चाहते थे लेकिन कॉलेज में पढ़ाई जारी होने की वजह से वे घर नहीं लौट सके । अब आगे क्या हालत रहेगा इसको लेकर उनकी चिंता स्वाभाविक है ।