मांझागढ़ । व्हीएसआरएस संवाददाता: प्रखंड के निमुइयाँ पंचायत की गंडक नदी में कटाव से दो वार्डो पर खतरा मंडरा रहा है ।
हालांकि रुक रुककर कटाव होने के बाद कटाव निरोधी कार्य भी विभाग की ओर से तेज कर दिया गया है । बतातें चले कि गत वर्ष कटाव होने से करीब 174 घर गंडक नदी में विलीन हो गए थे । वहीं इस वर्ष कटाव होने से दो वार्ड 8 व 9 पर खतरा मंडरा रहा है । जिसमें करीब 2 सौ आवासीय घर हैं ।
हालांकि इसकी सूचना के बाद से ही विभाग ने बम्बू पाइलिंग व हाथी पांव का कार्य शुरू कर दिया है । ज्ञात हो कि गंडक नदी में पानी कम होने के बाद नदी की धारा मुड़ने लगती है जिसके बाद कटाव शुरू हो जाता है । कटाव होने से प्रति वर्ष सैकड़ो घर नदी की धारा में विलुप्त हो जाते हैं । अंचल के आंकड़े के अनुसार 2021 में कुल 174 घर नदी की धारा में समाहित हो गए थे ।
वहीं इस वर्ष भी दो वार्ड पर खतरा मंडरा रहा है हालांकि इस वर्ष उम्मीद है कि कटाव रोधी कार्य से आवासीय घरों तक गंडक की धारा नहीं पहुंच पाएगी । मुखिया विनोद सहनी ने बताया कि मथुरा साह के टोला , नवका टोला को सबसे अधिक खतरा है जहां करीब 200 घर हैं । लोग अभी से ही दूसरे जगहों पर आसरा की तलाश में जुट गए हैं । सबसे अधिक परेशानी गरीब परिवार के लोगों को होती है । गन्ना उगाने वाले खेत सहित आवास भी गंडक की धारा में विलीन हो जाते हैं । नदी प्रत्येक वर्ष अपना रास्ता बदलती है व सैकड़ो घरों को विलीन कर देती है ।
कहते हैं अधिकारी
कटाव की कोई सूचना नहीं है दो-तीन दिन पहले कटाव शुरू होने की बात आई थी गंडक विभाग फ्लड फाइटिंग का कार्य कर रहा है । एक भी आवासीय घर के नदी में विलीन होने की सूचना नहीं है । पिछले वर्ष 174 घर गंडक में विलीन हुए थे ।
शाहिद अख्तर , सीओ मांझा