बैकुंठपुर। व्हीएसआरएस संवाददाता: चार जिलों की सीमा पर अवस्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बैकुंठपुर में मेडिकल कचरा डंपिंग की व्यवस्था नहीं होने के कारण दुर्गंध के बीच मरीजों को इलाज करानी पड़ती है। अस्पताल के डिलीवरी रूम के ठीक पीछे मेडिकल कचरा हमेशा दुर्गंध का कारण बनता है। अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीज दुर्गंध से परेशान दिखते हैं। हालांकि अस्पताल के अंदर साफ-सफाई की व्यवस्था अच्छी रहती है। आउटसोर्सिंग के आधार पर संवेदक के जिम्में अस्पताल की साफ-सफाई की व्यवस्था है।
प्रतिदिन फिनाइल एवं ब्लीचिंग से अस्पताल के सभी वार्डो की सफाई होती है। 30 बेड वाले इस अस्पताल में नियमित रूप से मरीजों के चादर भी बदले जाते हैं। लेकिन कचरा डंपिंग की उचित व्यवस्था नहीं रहने के कारण अस्पताल के आसपास रहने वाले लोगों का भी जीना मुहाल हो गया है। सोमवार को अस्पताल के आउटडोर में जांच कराने इलाज कराने आई आशा खैरा गांव की प्रियंका देवी ने कहा कि कचरे के दुर्गंध से संक्रमण का खतरा उत्पन्न हो सकता है। परसौनी गांव के अल्हा रूदल ने कहा कि अस्पताल के अंदर बेहतर साफ-सफाई की व्यवस्था है। लेकिन अस्पताल के पीछे कचरे का अंबार है।
आजवीनगर के प्रवेश महतो, श्यामपुर गांव की रूबी देवी सहित कई मरीजों ने अस्पताल के बाहरी साफ-सफाई की व्यवस्था पर असंतोष जताया। हालांकि इस संबंध में पूछे जाने पर अस्पताल प्रभारी डॉ अनिल कुमार सिंह ने कहा कि मेडिकल कचरा डंपिंग के लिए प्रतिदिन गाड़ी आती है। जिस पर कचरा लोड कर भेजा जाता है। अस्पताल के बाहरी इलाके में गंदगी की बात को उन्होंने बेबुनियाद बताया है।