- डेंगू से हो चुकी है चार लोगों की मौत
- सरकारी अस्पताल में नहीं है जांच की सुविधा
मीरगंज।व्हीएसआरएस संवाददाता: मीरगंज शहर में एक बार फिर डेंगू का प्रकोप बढ़ गया है। शुक्रवार की दोपहर डेंगू पीड़ित एक महिला की मौत से शहर में सनसनी फैल गई है| इस मौत को लेकर डेंगू से मरने वालों की संख्या चार हो गई है| शहर में एक दर्जन से भी अधिक लोगों में डेंगू के लक्षण मिले है| जिसके बाद पीड़ित अपना इलाज करा रहे हैं। इधर शहर में डेंगू के बढ़ते प्रकोप को रोकने के लिए नगर परिषद ने फिर से प्रभावित इलाकों में फॉगिंग व ब्लीचिंग करा रहा है।
हालांकि मीरगंज स्थित अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर डेंगू की जांच की कोई व्यवस्था नहीं रहने से लोग निजी जांच घरों का चक्कर लगाने को मजबूर है|उचकागांव सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ ओपी लाल ने बताया कि उचकागांव में डेंगू जांच का कीट उपलब्ध नहीं है।
हथुआ अनुमंडलीय अस्पताल में जांच की सुविधा है| इसलिए पीड़ित व्यक्ति वहां जांच करा सकते है। इधर, स्वास्थ्य विभाग मीरगंज शहर में सरकारी तौर पर एक भी डेंगू मरीज की पहचान नहीं होने की बात कह रहा है| जबकि शहर के दर्जन भर पीड़ित गोरखपुर में भर्ती होकर इलाज करा रहे हैं। मालूम हो कि अगस्त माह के तीसरे सप्ताह में डेंगू से सैकड़ों लोग पीड़ित हुए थे लेकिन लगातर इलाज के बाद सभी ठीक हो गए|
उस बीच नगर प्रशासन ने भी लगातार बचाव को लेकर उपाय किया, जिससे बीमारी के प्रसार पर रोक लगी| इधर,एक बार फिर से डेंगू का प्रकोप बढ़ गया है जिससे लोगों में दहशत जैसा माहौल बन गया है| शहर में लगातार लोगों में डेंगू के लक्षण मिल रहे हैं। शहर के दक्षिण मोहल्ला में आधा दर्जन लोगों में डेंगू लक्षण मिलने के बाद प्राइवेट अस्पताल में इलाज करा रहे हैं।
लक्षण दिखते ही हो जाएं सावधान: मीरगंज शहर के प्रसिद्ध डॉ सुभाष चंद गुप्ता ने बताया कि डेंगू के लक्षण दिखते ही सावधान होने की जरुरत है। शुरूआती दौर में ही जांच कराने पर अगर बीमारी पॉजिटिव मिले तो इसका इलाज शुरू करा देना चाहिए। शुरुआती दौर में ही इलाज शुरू हो जाने से यह खतरनाक रूप नहीं ले पाता है। इसकी अनदेखी से यह गंभीर हो सकता है।
उन्होंने बताया तेज बुखार आना तथा शरीर में तेज दर्ज इसका सामान्य लक्षण हैं। डेंगू पीड़ित व्यक्ति में खून का प्लेटलेट्स काफी कम हो जाता है। सामान्य तौर पर खून का प्लेटलेट्स डेढ़ लाख से साढ़े चार लाख होना चाहिए, मगर डेंगू होने पर यह घटकर 50 हजार हो जाता है। डेंगू का मच्छर घरों के आस-पास नहीं पनप सके इसके लिए पानी जमा नहीं होने दें। डेंगू का मच्छर साफ पानी में पनपता है।
वर्ष 2019 में हुई थी पांच लोगों की मौत :
आपको बताते चलें कि मीरगंज शहर में डेंगू का प्रकोप वर्ष 2019 में हो चुका है इसमें पांच लोगों की मौत हुई थी जबकि पांच सौ से अधिक लोग इसकी चपेट में आए थे| सरकारी स्तर पर समुचित इलाज की व्यवस्था नहीं होने पर लोग गोरखपुर, पटना व लखनऊ में जाकर इलाज करवाया था| बाद में फॉगिंग व छिड़काव से बीमारी पर काबू पाया गया था| एक बार फिर डेंगू ने शहर में दस्तक दी है जिससे लोगों में दहशत है |