गोपालगंज। व्हीएसआरएस संवाददाता: सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में इलाज के क्रम में एक मरीज की मौत हो जाने के बाद उसके परिजनों ने जमकर बवाल काटा। परिजनों के हंगामा व उग्र तेवर देखकर डॉक्टर व कर्मी वहां से निकल गए। डॉक्टरों ने आरोप लगाया है कि मरीज के परिजनों ने उनके व कर्मियों के साथ गाली गलौज व दुर्व्यवहार भी किया है।
इससे नाराज होकर सदर अस्पताल के डॉक्टरों ने कार्य का बहिष्कार कर दिया। करीब पांच घंटों तक डॉक्टर व कर्मी किसी मरीजों का इलाज नहीं किए। वहीं सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड व ओपीडी वार्ड में इलाज कराने के लिए पहुंचे मरीजों को निराशा हाथ लगी। घटना की सूचना मिलने के बाद सदर एसडीपीओ नरेश पासवान, एसडीओ उपेंद्र कुमार पाल, नगर थाना के प्रभारी थानाध्यक्ष नेयाज अहमद, सब इंस्पेक्टर विकास कुमार और बीएन राय पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे व गुस्साए परिजनों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया। इसके बाद परिवार के सदस्य को लेकर अपने घर चले गए। उधर डॉक्टरों ने ओपीडी वार्ड में बैठक कर कार्य का बहिष्कार कर दिया। इसकी सूचना मिलने के बाद सिविल सर्जन डॉ योगेंद्र महतो इमरजेंसी वार्ड में पहुंचे और मरीजों की इलाज शुरू कर दिया।
घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि उचकागांव थाना क्षेत्र के लुहसी गांव के मोती चंद प्रसाद नामक एक मरीज को सांस लेने में परेशानी हो रही थी तो परिवार के सदस्य उसे सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने उसका इलाज शुरू किया। वहीं कर्मी ने जब इंजेक्शन दिया तो कुछ ही देर के बाद मरीज की मौत हो गई।
इस पर मरीज के परिजनों ने आरोप लगाया कि डॉक्टर व कर्मियों ने इलाज में लापरवाही बरती है। इस कारण उनके मरीज की मौत हुई और व हंगामा खड़ा कर दिया। हंगामे के दौरान इमरजेंसी वार्ड में अफरा-तफरी का माहौल भी उत्पन्न हो गया था। बाद में पुलिस कर्मियों के पहुंचने के बाद मामला शांत हुआ।