योग को बढ़ावा देने के लिए लोगों किया जा है जागरूक
उचकागांव। व्हीएसआरएस संवाददाता: योग के संबंध में कहा जाता है कि योग भगाए रोग। यानी रोग से मुक्ति चाहिए तो योग कीजिए। वर्तमान समय में यह भावना और बलवती हुई है और लोग योग से जुड़ने लगे हैं।
जीवन में योग महत्वपूर्ण स्थान रखता है। उक्त बातें योग शिक्षक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष व योग शिक्षक आर पी पटेल ने कहीं| मीरगंज में एक दौरा पर आए योग शिक्षक ने योग को लेकर बहुत सारी बातें शेयर की| योग को हर लोगों तक पहुंचाने के लिए जागरूकता लाने की जरूरत है|
उन्होंने कहा कि बिहार के प्रत्येक हाईस्कूलों में योग की पढ़ाई होनी चाहिए | कई राज्य योग को अपने पाठ्यक्रम में शामिल किया है| बिहार में भी योग शिक्षकों की बहाली होनी चाहिए| सरकार ने पूर्व में घोषणा की थी कि 33 हजार योग शिक्षकों की बहाली होगी| उस दिशा में प्रक्रिया शुरू कर दी गई है| ऐसे हजारों युवाओं को योग शिक्षक बनने का सपना पूरा होगा| सरकार योग शिक्षकों की बहाली कर बच्चों में योग की शिक्षा प्रदान करेगी |
उन्होंने कहा कि योग अपनाकर कई लोग निरोगी हुए हैं। योग के माध्यम से कई तरह की शारीरिक समस्याओं पर काबू पाया जा सकता है। इसे अब दुनिया मानने भी लगी है। नतीजा है कि देश ही नहीं विदेशों में भी लोग स्वस्थ होने व रहने के लिए योग का सहारा ले रहे हैं। ऐसा भी माना जाता है कि योग करने व योग अपनाने वाले लोग निरोगी रहकर लंबा जीवन जीते हैं।
योग के माध्यम रोग भगाने की पद्धति कोई नई नहीं है। पूर्व के समय में जब चिकित्सा विज्ञान का उतना विकास नहीं हुआ था उस समय लोग योग के माध्यम से तरह तरह की शारीरिक समस्याओं से छुटकारा पाते थे और निरोगी रहते थे। कितु प्रचार-प्रसार और जागरूकता के अभाव में यह चिकित्सा पद्धति शिथिल पड़ती चली गई।
नतीजा हुआ कि लोग इस चिकित्सा पद्धति से विमुख होते चले गए और एलोपैथ चिकित्सा पर आश्रित होकर रह गए। शिथिल और मृतप्राय हो चुके योग चिकित्सा को योग गुरु बाबा रामदेव ने न केवल एक बार फिर से से जीवंत किया है, बल्कि योग को बुलंदी की ऊंचाइयों तक पहुंचा दिया है। उन्होंने कहा कि सही मायने में योग सस्ती, सरल,सुलभ और बहुत ही लाभकारी चिकित्सा पद्धति है जिसे अपना कर लोग स्वस्थ और निरोग रह सकते हैं।