मीरगंज। व्हीएसआरएस संवाददाता: मीरगंज के नरइनिया रहने वाले मनोज कुमार गिरी का कोरोना से हुए मौत का मामला अब मुख्यमंत्री के जनता दरबार में पहुंच गया है। इस संबंध में उनकी पत्नी आशा देवी ने मुख्यमंत्री जनता दरबार में इंसाफ का गुहार लगाते हुए अब तक सहायता राशि नहीं मिलने की शिकायत की है।
मामले में बताया जाता है कि मृतक मनोज कुमार गिरी पिछले वर्ष कोरोना से संक्रमित हो गए थे। उसके बाद हथुआ अनुमंडलीय अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इसके बाद मृतक पक्ष को सरकार की घोषणा के बावजूद अब तक चार लाख की अनुग्रह राशि नहीं दी गई। मामले मे कई बार पीड़ित की पत्नी आशा देवी के द्वारा इस बारे में विभाग से मौखिक और लिखित रूप से शिकायत कर पत्राचार किया गया| लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने नाम की गड़बड़ी का आधार बता कर सहायता करने से मना कर दिया। हालांकि जनता दरबार में शिकायत की बात उच्च स्तर से हस्तक्षेप हुआ है और अनुग्रह राशि जल्द ही उपलब्ध कराने की उम्मीद बढ़ गई है।
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ऑपरेटर की गलती का खामियाजा भुगत रहा है पीड़ित परिवार
मृतक मनोज कुमार गिरी का नाम हथुआ अनुमण्डलीय अस्पताल के ऑपरेटर ने गलती से मनीष कुमार कर दिया।
इसके पश्चात आधार से नाम मिसमैच करने के कारण यह मामला अभी तक लंबित पड़ा हुआ है। परिजनों के द्वारा दिए गए आरटीपीसीआर की रिपोर्ट में सही नाम ही लिखा गया था पर अस्पताल के ऑपरेटर की गलती का परिणाम यह हुआ कि स्वास्थ्य विभाग सुनवाई करने से इंकार कर दिया।
अब जनता दरबार के हस्तक्षेप के बाद परिवार को न्याय मिलने की उम्मीद बढ़ गई है।पीड़ित पक्ष के अशोक कुमार गिरी ने बताया कि ऑपरेटर की गलती का नतीजा हमें भुगतना पड़ रहा है।