उचकागांव| व्हीएसआरएस संवाददाता: पूर्व सांसद अनिरुद्ध प्रसाद उर्फ साधु यादव ने कहा कि सूबे की नीतीश सरकार व केंद्र की मोदी सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हो रही है।
वह रविवार को गुरुम्हा गांव में दौरा पर आए थे| उन्होंने कहा कि बिहार में बालू और दारू यानी कि शराब बंदी से बिहार की अर्थव्यवस्था पूरी तरीके से चौपट हो गई है। बिहार में बालू और दारू ही रोजगार का मुख्य जरिया है। बालू को बिहार में सोना कहा गया है और उस पर प्रतिबंध लगने से जहां एक तरफ बालू की महंगाई चरम पर चल रही है।
वहीं दूसरी तरफ बालू पर प्रतिबंध लगने से नदी से बालू निकालने वाले नाव चलाने वाले का रोजगार बंद हो गया है। प्रदेश में भवन निर्माण पर भारी असर पड़ा है। बालू की महंगाई बढ़ने से आम जनता का भवन निर्माण पूरी तरीके से रुक गया है। भवन निर्माण में काम करने वाले राजमिस्त्री और मजदूर का रोजगार बंद हो गया है। बिहार की जनता भूखमरी के कगार पर पहुंच गई है। ऐसी स्थिति में सरकार को बालू और शराब को चालू कर राज्य की अर्थव्यवस्था के बारे में सोचना चाहिए था।
परंतु बिहार की नीतीश सरकार लोगों की अर्थव्यवस्था बिगाड़ने का काम कर रही है। बिहार की जनता रोजगार ढूंढ रही है। परंतु सरकार इस पर विचार करने के लिए तैयार नहीं है। ओवरलोडिंग ट्रकों की माल ढुलाई पर सरकार द्वारा जुर्माना बढ़ा दिया गया है।बिहार सरकार के खान एवं भूतत्व मंत्री के जिले में माल ढोने वाले ट्रक मालिकों पर चार-चार लाख रुपए का जुर्माना लगाया जा रहा है।
वही ट्रक मालिक दो-दो लाख रुपए घूस देकर अपना ट्रक छुड़ा रहे हैं। चारों तरफ भ्रष्टाचार कायम है। जनता को ऐसी सरकार से उम्मीद नहीं करनी चाहिए। इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार पर कोरोना की आड़ में विभिन्न सरकारी कंपनियों का निजीकरण करने का भी आरोप लगाया। मौके पर पूर्व मुखिया सुरेश यादव, इम्तियाज अहमद, प्रमोद सिंह, रमेश यादव, विशाल यादव, हरेश प्रसाद, संदीप यादव आदि थे।