- सुनीता बहन ने कहा कि मम्मा सर्व गुणों की खान थी
मीरगंज। व्हीएसआरएस संवाददाता: शहर स्थित प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के सेवा केंद्र में मम्मा मातेश्वरी जगदंबा सरस्वती का 56 वां पुण्य स्मृति दिवस मनाया गया। मौके पर मातेश्वरी जगदंबा सरस्वती की तस्वीर के समक्ष सभी भाई-बहन ने दीप प्रज्वलित व पुष्प अर्पित करते हुए श्रद्धांजलि दिया।
मौके पर सुनीता बहन ने कहा कि मम्मा सर्व गुणों की खान और मानवीय मूल्यों की विशेषताओं से सम्पन्न थीं। मम्मा बहुत कम बोलती थीं और दूसरों को भी कम बोलने का इशारा करती थी। अधिक बोलने से हमारी शक्ति नष्ट हो जाती है, ऐसा मम्मा का कहना था।
इस प्रकार अपने ज्ञान, योग, पवित्रता के बल से विश्व की सेवा करते हुए मम्मा-सरस्वती ने 1965 में इसी दिन अंतिम सांस ली। उनकी जीवनगाथा पर प्रकाश डालते हुए सुनीता बहन ने कहा कि जब-जब संसार में दिव्यता की कमी, धर्म की ग्लानि, समाज में अन्याय, अत्याचार, चरित्र में गिरावट व विश्व में अशांति के बीज पनपने लगते हैं, तब-तब इन समस्त बुराइयों को समाप्त करने के लिए किसी महान विभूति का जन्म होता है। इन्हीं में से एक महान विभूति थी जगदम्बा सरस्वती जिनका बचपन का नाम राधे था।
कार्यक्रम में शामिल उर्मिला बहन, विनोद भाई, टुनटुन भाई, झूना माता, केदार भाई, श्यामपति माता, मालती माता, प्रभा माता आदि ने मम्मा को पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में उनके अनुयायी भी मौजूद थे|