उचकागांव । व्हीएसआरएस संवाददाता: प्रखंड मुख्यालय स्थित स्वरोजगारी भवन में बैंकर्स की बैठक की गई | बैठक की अध्यक्षता नाबार्ड के डीडीएम डॉ अनुपम लाल कुसुमाकर ने किया| बैंकर्स कमेटी की प्रखंड स्तरीय बैठक में सभी बैंकों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
बैठक को संबोधित करते हुए एलडीएम विकास कुमार ने कहा कि सरकार द्वारा किसानों के हित में चलाई गई कृषि लोन योजना किसानों के लिए सबसे अच्छी और सस्ती लोन है। परंतु कृषि लोन लेने के बाद इन खातों में किसानों द्वारा लेन-देन नहीं करने से किसानों के खाते डिफाल्टर घोषित हो जा रहे हैं।
किसानों के खाते डिफाल्टर घोषित होने के लिए 50 प्रतिशत बैंक कर्मी भी दोषी हैं। बैंक कर्मियों द्वारा किसानों को लोन देने के दौरान लोन के लाभ और हानि के बारे में नहीं बताया जाता हैं। जिसका खामियाजा बैंकों को भुगतना पड़ रहा है। इस दौरान उन्होंने सभी बैंक कर्मियों को लोन देने के दौरान लोन लेने वाले आवेदकों को उक्त लोन के लाभ और हानि के बारे में निश्चित रूप से अवगत कराने का निर्देश दिया।
बैठक में नाबार्ड के डीडीएम डॉ अनुपम लाल कुसुमाकर ने प्रधानमंत्री द्वारा जारी किए गए ई रूपे पर प्रकाश डालते हुए बैंक कर्मियों को इसके अच्छाई के बारे में प्रकाश डाला गया। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना के लाभार्थियों को कृषि लोन देने के लिए आ रही दिक्कतों के बारे में सीओ रवीश कुमार से चर्चा की गई। सीओ रवीश कुमार ने बताया कि कृषि लोन लेने के लिए सभी किसानों को ऑफलाइन के माध्यम से भू- स्वामित्व प्रमाण पत्र जारी किया जा रहा है।
वंशावली पंचायत के सरपंच के माध्यम से ही जारी किया जा रहा है। इस दौरान डीडीएम नाबार्ड ने सभी बैंक प्रबंधकों को छोटे छोटे उद्यमियों के व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए छोटे-छोटे लोन देने के लिए भी निर्देश दिया। मौके पर वित्तीय साक्षरता सलाहकार मणिभूषण वर्मा, नाबार्ड की प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर प्रीति कुमारी, कृषि समन्वयक अनील कुमार गुप्ता, सौरभ शर्मा आदि थे।