बांका| व्हीएसआरएस न्यूज: कल मंगलवार को हिन्दू , जैन व सफा धर्मावलबियों के संगल स्थल मंदार पर्वत पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रोप-वे का उद्घाटन किया। राजगीर के बाद यह बिहार का दूसरा रोप-वे है।
उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार बिहार में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। मंदार के अलावा राज्य के छह अन्य स्थानों पर भी रोप-वे का निर्माण किया जाएगा।
जहानाबाद में बराबर की गुफाओं, कैमूर में मां मुंडेश्वरी धाम व रोहतासगढ़ के अलावा गया जिले के डुगेश्वरी, ब्रह्मयोनि पर्वत और प्रेतशिला पर रोप-वे के निर्माण की योजना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इनके बनने से राज्य की स्थिति समृद्ध होगी, खुशहाली आएगी।
इस बारे मे मुख्यमंत्री ने कहा कि वे पहले भी मंदार आते रहे हैं, आज पहली बार रोप-वे के माध्यम से मंदार पर्वत के शिखर पर जाने का मौका मिला। यहां से नीचे का दृश्य काफी रमणीक लगता है।
पहले एक घंटे में लोग पहाड़ पर चढ़ते थे, अब बमुश्किल चार मिनट में पहुंच जाएंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना काल के कारण रोप-वे के निर्माण में कुछ विलंब हुआ है। यह सरकार का ड्रीम प्रोजक्ट है। उन्होंने यहां औषधीय पौधों के संरक्षण के लिए 18 एकड़ जमीन पर बनने वाले हर्बल पार्क का भी शिलान्यास किया।
इसके पूर्व उन्होंने मंदार स्थित पापहरणी तालाब का जायजा लिया। सीताकुंड, लक्ष्मीनारायण मंदिर व भगवान वासुपूज्य मंदिर में पूजा-अर्चना की। मुख्यमंत्री मंदार के बाद बांका प्रखंड स्थित ओढऩी डैम पहुंचे। यहां वे एक घंटे से अधिक समय तक रुके। पर्यटन विभाग को इसके विकास के लिए इसे संरक्षित करने को कहा। सीएम ने जंगल एवं पहाड़ों को भी विकसित करने पर बल दिया। कहा कि ओढऩी दो नदियों को जोड़ती है। इससे सिंचाई भी होती है।
सीएम ने पहाड़ों पर पुराने वृक्षों को संवारने एवं नए पौधे लगाने का आदेश दिया है। साथ ही उन्होंने पापहरणी तालाब में फाउंटेन लगाने, पानी को साफ रखने, तालाब में बोटिंग व रोशनी की व्यवस्था, मंदार पर्वत के सुंदरीकरण व पर्वत के चारों ओर घूमने के लिए ट्रैक बनाने का भी अधिकारियों को निर्देश दिया।
आपको बताते चले की इस अवसर पर डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद, जल-संसाधन मंत्री संजय झा, पर्यटन मंत्री नारायण प्रसाद, ग्रामीण कार्य मंत्री जयंतराज कुशवाहा, पर्यटन विभाग के सचिव संतोष मल्ल, प्रमंडलीय आयुक्त प्रेम सिंंह मीणा, डीआइजी सुजीत कुमार व डीएम सुहर्ष भगत आदि मौजूद थे।
एक नजर में रोप-वे
- राइट्स व आरआरपीएल कंपनी ने किया निर्माण
- लागत : 9.18 करोड़
- रोपवे की लंबाई : 778 मीटर
- रोपवे की ऊंचाई : 198 मीटर
- केबिनों की संख्या : 8
- प्रति केबिन की क्षमता : चार सीटों की
- शिलान्यास : 20 जनवरी, 2015
- काम शुरू : सितंबर, 2017
- शुल्क : 80 रुपये प्रति व्यक्ति
- जाने में समय : चार मिनट