हथुआ। व्हीएसआरएस संवाददाता: मछली व्यवसायी हत्याकांड में पुलिस ने दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है। पूछताछ में पुलिस को कई अहम सुराग हाथ लगे है। इसके आधार पर पुलिस छापेमारी तेज कर दी है। पुलिस का दावा है कि बहुत ही जल्द हत्याकांड में शामिल हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। हिरासत में लिए गए संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। हत्याकांड को कई एंगल से देख कर जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है। पुलिस पूरी गहराई से हत्याकांड की जांच कर रही है ताकि किसी भी पहलू से इसकी गुत्थी को सुलझा लिया जाय। इधर,पुलिस आरोपितों की गिरफ्तारी को लेकर ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है। बीती रात पुलिस टीम ने आधा दर्जन स्थानों पर छापेमारी की। पुलिस ने इस दौरान दो संदिग्धों को दबोच लिया।
मछली व्यवसायी हत्याकांड में सूबे के समाज कल्याण मंत्री रामसेवक सिंह को आरोपित किए जाने के बाद यह मामला हाईप्रोफाइल हो गया है। आरोपितों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस पर लागातार दबाव बन रहा है जिससे पुलिस की बेचैनी बढ़ गई है। हाईलाइटेट मामला होने के कारण पुलिस के आला अफसर तक इस मामले की निगरानी में जुटे हुए है। पुलिस इस मामले की जांच कई बिन्दुओं पर कर रही है। चुनावी रंजिश या पुरानी अदावत को लेकर भी जांच की रही है। जांच में यह बात सामने आयी है कि मृतक जय बहादुर सिंह पर भी हत्या का मामला दर्ज था जिसमें वह जेल जा चुके थे। पुलिस उस घटना का फीडबैक भी ले रही है। साथ ही जयबहादुर सिंह की कुंडली भी खंगाल रही है। हांलाकि अभी तक पुलिस को इस मामले में कोई खास सफलता नहीं मिली है। हथुआ एसडीपीओ नरेश कुमार की मानें तो पुलिस हत्याकांड की गहराई से छानबीन कर रही है। बहुत कुछ बातें अस्पष्ट है जिसको साफ करने में पुलिस जुटी हुई है।
वहीं मछली व्यवसायी जय बहादुर सिंह की हत्या के मामले में पुलिस ने मीरगंज थाने में एफआईआर दर्ज करायी है। इसमें सूबे के समाज कल्याण मंत्री रामसेवक सिंह सहित पांच लोगों को आरोपित किया गया है। इसमें पूर्व मुखिया श्रीराम सिंह के पुत्र अरूण सिंह,रूपनचक गांव के श्रीकांत सिंह व दुर्गेश नंदन सिंह व एक अज्ञात व्यक्ति को आरोपित किया गया है। एफआईआर रूपनचक के रहने वाले व मृतक के पोता धीरजंन सिंह ने करायी है। इसमें मंत्री पर हत्या की साजिश रचने व अन्य लोगों पर हत्या करने का आरोप लगा है।
आपको बताते चलें कि मीरगंज थाने के सबेया मोड़ के समीप शुक्रवार की सुबह बाइक सवार दो बदमाशों ने मछली व्यवसायी जय बहादुर सिंह पर अंधाधुंध फॉयरिंग कर दी। जिसमें वह गंभीर रूप से जख्मी हो गए। बाद में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। मृतक जयबहादुर सिंह हथुआ थाने के रूपनचक गांव के रहने वाले थे। वह मछली व्यवसाय से जुड़े थे। हत्या के बाद गुस्साए लोगों ने बवाल किया। जिससे सड़क जाम की स्थिति बन गई थी। बाद में उसे हटाया गया।