- प्रथम मंजिल पर बड़ों के लिए और दूसरी मंजिल पर बच्चों के लिए बनी आइसीयू
- सीसीटीवी कैमरों से हर एक मरीज पर डॉक्टरों की रहेगी नजर
- वेंटिलेटर, ऑक्सीजन, इंफ्यूजन पंप, ट्रांसफार्मर लगा, जेनरेटर का इंतजार
पटना| व्हीएसआरएस न्यूज: वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण बढ़ने और उत्पन्न चुनौती के बीच चिकित्सा व्यवस्था दिनों दिन तेजी से समृद्ध हो रही है। इसका बेहतर उदाहरण बना है सेंटर ऑफ एक्सीलेंस परिसर स्थित नवनिर्मित मदर एण्ड चाइल्ड हॉस्पिटल। आवश्यकता को देखते हुए इसे कोरोना अस्पताल के रूप में विकसित किया गया है। 106 बेड वाले इस वातानुकूलित और बेहद आकर्षक भवन को किसी सितारा होटल की तरह सुसज्जित और व्यवस्थित किया गया है। खूबसूरत पर्दे, बड़े पर्दे की टीवी, भीनी भीनी खुशबू वाला माहौल, चमचमाती फर्श, पेड़-पौधे के अलावा और भी बहुत कुछ है जो मरीज को जल्द स्वस्थ्य होने में मददगार साबित होगा।
छह बेड का आइसीयू तैयार
कोरोना मरीजों के लिए भूतल और पहली मंजिल पर अत्याधुनिक एवं सुविधाजनक बेड का इंतजाम किया गया है। पहली मंजिल पर ही बड़े मरीजों के लिए छह बेड की आइसीयू तैयार की गयी है। दूसरी मंजिल पर बच्चा मरीजों के लिए आइसीयू बनी है। यहां वेंटिलेटर, बेड पर ऑक्सीजन, मॉनिटर, इंफ्यूजन पंप, वार्मर समेत अन्य यंत्र व आवश्यक सभी तरह की दवाइयां उपलब्ध हैं।
तैयारी को अंतिम टच देने में जुटे अधीक्षक डॉ. विनोद कुमार सिंह ने बताया कि भर्ती होने वाले सभी मरीजों पर नजर रखने के लिए सभी वार्ड में सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है। डॉक्टरों के लिए अलग केबिन है। नर्स, वार्ड ब्यॉय, पारा मेडिकल स्टाफ, सुरक्षा कर्मी तीनों पाली में तैनात किए गए हैं।
साथ ही बाधा रहित बिजली आपूर्ति के लिए 500 केवी का अलग से ट्रांसफार्मर लगाया गया है। इतनी ही क्षमता का जेनरेटर उपलब्ध कराने के लिए बीएमएसआइसीएल को लिखा गया है। अधीक्षक ने बताया कि मरीजों की सहायता के लिए नियंत्रण कक्ष भी बनाया गया है। एनएमसीएच स्थित आइ बैंक के ऊपर जिला प्रशासन द्वारा बनाए गए नियंत्रण कक्ष से भी हर संभव सहायता उपलब्ध करायी जाएगी।