पटना। व्हीएसआरएस संवाददाता: सरकारी भवनों के निर्माण मे अब निर्माण कंपनियों और ठेकेदारों की मनमानी नहीं चलेगी। निर्माण कंपनी सरकार भवन या फिर सरकार के मेगा प्रोजेक्ट सही तरीके से कर रहे हैं या नहीं इसकी बकायदा सख्त मॉनिटरिंग होगी। इसपर नजर रखने के लिए अब दो नहीं बल्कि चार उडऩदस्ते होंगे।
दो उड़नदस्ते नाकाफी साबित हो रहे थे
सरकार भवनों के निर्माण को लेकर लगातार भवन निर्माण विभाग को उडऩ दस्तों की शिकातय प्राप्त होती रही है। निर्माण समय पर हो, निर्माण में सही सामग्री का उपयोग हो रहा है या नहीं इसकी मॉनिटरिंग के लिए भवन निर्माण विभाग में अब तक दो उडऩदस्ते थे। ये उडऩ दस्ते विभाग के निर्देश पर प्रत्येक सप्ताह भवनों की जांच करते हैं।
हाल ही में भवन निर्माण विभाग के सचिव की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में सचिव के सामने मामला उठाया गया कि भवनों की ज्यादा संख्या होने की वजह से उडऩ दस्ते सही प्रकार से काम नहीं कर पाते हैं। क्योंकि भवनों की जांच के लिए दो ही टीमें हैं। काम के दबाव में टीम सही रिपोर्ट भी नहीं दे पाती हैं। मामले को देखते हुए सचिव के निर्देश पर दो नए उडऩ दस्ते गठन का प्रस्ताव दिया गया। दो नए उडऩ दस्ते बनने के बाद भवन की जांच के लिए कुल चार दस्ते हो जाएंगे। सूत्रों ने बताया कि अप्रैल महीने के पहले सप्ताह तक दो और उडऩ दस्ते गठित हो जाएंगे। जिसके बाद भवनों के निर्माण में तेजी आएगी।