दरभंगा| व्हीएसआरएस न्यूज: दरभंगा के जाले राजकीय मध्य विद्यालय के वर्ग कक्ष में शुक्रवार को विद्युत करंट प्रवाहित होने के कारण पहली कक्षा की एक छात्रा की मौत हो गई। वहीं दो शिक्षक और सोलह विद्यार्थी गंभीर रूप से जख्मी हो गए। सभी घायलों को इलाज के लिए स्थानीय रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां सभी की स्थिति स्थिर बनी हुई है। मौके पर अंचल अधिकारी अनिल कुमार मिश्र, थानाध्यक्ष यशोदानंद पांडेय व स्थानीय प्रतिनिधि कैंप कर घायलों का इलाज कराने में लगे हैं। घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रखंड विकास पदाधिकारी राजेश कुमार ने विद्यालय के सात प्रखंड शिक्षकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। स्थाई शिक्षक सह प्रधानाध्यापक हरेकृष्ण सिंह के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई के लिए जिलाधिकारी को अनुशंसा भेजी है। घटना के बाद से प्रधानाध्यापक मौके से फरार है। हादसे के बाद नाराज लोगों ने विद्यालय को घेरकर व्यवस्था के विरोध में जमकर नारेबाजी की। लोग मुआवजे की मांग और दोषी शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े हैं। नाराज लोगों ने अस्पताल में इलाज के लिए भी जमकर हंगामा किया। हालांकि, यहां मौजूद अधिकारियों ने भीड़ को संभालकर बच्चों का इलाज बेहतर तरीके से कराने की कवायद की है।
मिली जानकारी अनुसार आज शुक्रवार की सुबह स्कूल खुलने के साथ बच्चे स्कूल पहुंचे। इस बीच जैसे ही पहली कक्षा की छात्रा स्थानीय ग्रामीण भरत झा की पुत्री चंचल कुमारी वर्ग कक्ष में दाखिल हुई छटपटाने लगी। बच्ची को छपटाता देख शिक्षिका आशा कुमारी और सुनीता कुमारी दौड़ी। दोनों शिक्षिकाओं को स्पर्शाघात लग गया। देखते-देखते बड़ी संख्या में बच्चे विद्युत करंट की चपेट में आ गए। जंगल के आग की तरह यह बात पूरे गांव में फैल गई। पूरे इलाके में भगदड़ मच गई। जो जहां था , वहीं से दौड़ा और बच्चों को आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया। लेकिन, चंचल ने दम तोड़ दिया।
वही इसके बाद लोग नाराज हो गए और विद्यालय को घेर लिया। जमकर नारेबाजी करने लगे। लोगों का आरोप था कि विद्यालय के शिक्षक मनमानी करते हैं। स्कूल की व्यवस्था से उन्हें कोई लेना-देना नहीं है। वर्ग संचालन जैसे-तैसे होता है। इस कारण से वर्ग कक्ष में बच्चों को ले जाने से पहले बिजली कनेक्शन या नंगे तार को किसी ने चेक नहीं किया और बड़ी घटना हो गई। लोगों ने इस मामले में उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।