आरा| व्हीएसआरएस न्यूज: भोजपुर जिले के मंडल कारा, आरा में बंद एक विचाराधीन बंदी की शुक्रवार की सुबह संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गई। सदर अस्पताल में इलाज के लिए लाए जाने के बाद डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। मृतक 65 वर्षीय माना यादव आरा टाउन थाना के मोती टोला मुहल्ला का निवासी था। स्वजन मारपीट का आरोप लगा रहे है। हालांकि, कारा अधीक्षक युसूफ रिजवान ने हार्ट की बीमारी से मौत होना बताया है। मेडिकल बोर्ड गठित कर शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। इसे लेकर काफी देर अफरातफरी मची रही।
माना यादव गोलीबारी व हत्या के प्रयास में पकड़ा गया था
24 सितंबर 2020 को आरा टाउन थाना क्षेत्र के मोती टोला मुहल्ला में रात्रि पहर हथियारबंद अपराधियों ने घर में सोए एक युवक को गोली मार दी थी और फरार हो गए थे। घायल 25 वर्षीय युवक सुशील यादव मोती टोला निवासी महेंद्र यादव का पुत्र हैं, जिसे सिर के बाएं भाग में गोली लगी थी। सदर अस्पताल, आरा में प्राथमिक उपचार के बाद घायल को पीएमसीएच, पटना रेफर कर दिया गया था। आपसी शोध-प्रतिशोध में यह घटना घटित हुई थी। जिसमें पुलिस ने माना यादव को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
तबीयत शौचालय जाने के दौरान बिगड़ी
आपको बताते चले कि जेल अधीक्षक युसूफ रिजवान के अनुसार विचाराधीन बंदी माना यादव सीने में दर्द व हार्ट की बीमारी से ग्रसित था। दिसंबर महीने में भी सदर अस्पताल, आरा में इलाज चला था। शुक्रवार की सुबह विचाराधीन बंदी वार्ड से शौचालय जा रहा था कि उसी दौरान तबीयत बिगड़ गई। जिसके बाद तत्काल इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा गया। लेकिन,रास्ते में ही मौत हो गई। डॉक्टर देखने के बाद मृत घोषित कर दिया। बाद में सूचना मिलने पर स्वजन भी पहुंच गए और हंगामा करने लगे। स्वजन कारा के सुरक्षाकर्मियों पर मारपीट का आरोप लगा रहे है। जबकि,कारा अधीक्षक ने आरोपों को निराधार व गलत बताया है।