पटना| व्हीएसआरएस न्यूज: एंटीजन किट जांच में फर्जीवाडा का मामला जमुई में सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग में खलबली मची है। पटना मुख्यालय की एक टीम शुक्रवार को जिले के चार प्रखंडों में औचक निरीक्षण कर जायजा लिया। राज्य मुख्यालय के आदेश पर अतिरिक्त निदेशक डॉ. नागेश्वर कुमार के नेतृत्व में दो टीम पहुंची। प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. विनय कुमार शर्मा के नेतृत्व में टीम बोचहां व मड़वन में जांच की। दूसरी टीम का नेतृत्व खुद डॉ. नागेश्वर कुमार कर रहे थे। उन्होंने कांटी व कुढ़ऩी प्रखंड में कोरोना जांच करा चुके लोगों से बातचीत की। चारों प्रखंडों के टीका ले चुके कुल 40 लोगों की रिपोर्ट देखकर जांच की।
इस बारे मे प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. विनय कुमार ने बताया कि दोनों टीम ने औचक तरीके से 40 लोगों के कोरोना टेस्ट की जांच की। टीम ने देखा कि जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिस व्यक्ति को एंटीजन किट से सैंपल जांच किए जाने की बात विभाग को बताई गई है, उन्हेंं वास्तव में कोरोना जांच की गई है या नहीं। बताया कि 40 लोगों में एक भी व्यक्ति ऐसा नहीं मिला जिसने कहा हो कि उसकी कोरोना जांच नहीं हुई है।
मिली जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य मुख्यालय को सूचना मिली थी कि जिला स्तर पर एंटीजन किट से सैंपल जांच की गलत रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। जमुई में इसकी पुष्टि होने के बाद मुख्यालय के निर्देश पर एक साथ सभी जिले में शुक्रवार को अलग-अलग टीम ने औचक निरीक्षण किया। जांच की जानकारी होने के बाद पूरे जिले में स्वास्थ्य विभाग में हडकंप रहा।
सदर अस्पताल में काउंटर छोड़ भागा डाटा इंट्री आपरेटर
आपको बताते चले की सदर अस्पताल में निबंधन काउंटर बंद होने के बाद मरीजों ने जमकर हंगामा किया। हंगामा देख डाटा इंट्री आपरेटर काउंटर बंद कर भाग खड़ा हुआ। इसके कारण अफरा-तफरी मची रही। किसी तरह से वहां तैनात जवानों ने सबको शांत कराया। उसके बाद काउंटर प्रारंभ हुआ। शुक्रवार को सदर अस्पताल परिसर में मरीज व उनके स्वजन ओपीडी में इलाज कराने को पूर्जा कटाने के लिए लाइन में लगे थे। एकमात्र इस काउंटर पर दो-तीन घंटे से लाइन में लगे लेकिन उनकी पर्ची नहीं कटी। उसके बाद मरीजों व उनके स्वजन हंगामा करने लगे। इससे आधे घंटे तक अफरातफरी मची रही। बाद में लोगों ने अस्पताल प्रबंधक से शिकायत की। लेकिन प्रबंधक प्रवीण कुमार ने काउंटर छोड़कर भागे ऑपरेटर को बुलाया। सुरक्षा जवानों की मदद से पूर्जा कटने का काम शुरू हुआ।
वही बालूघाट से आए मरीज मीना कुमारी ने आरोप लगाया कि पर्ची काटने में एक घंटा लगेगा। उसके बाद कोरोना की जांच कराने के बाद ही चिकित्सक देंखेंगे। देरी होने से आज इलाज भी नहीं हो पाएगा। चार-पांच काउंटर खोलना चाहिए। महिला व वरीय नागरिक के लिए जो काउंटर बंद है उसको चालू कराया जाए। अस्पताल प्रबंधक प्रवीण कुमार ने बताया कि ऑपरेटर की कमी के कारण एक ही काउंटर खोला जा रहा है। बहुत जल्द दो काउंटर और खोले जाएंगे।