मीरगंज। व्हीएसआरएस संवाददाता: मीरगंज शहर के रजिस्ट्री कचहरी रोड में लगातार जलजमाव से लोगों की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। सड़क पर नाली का गंदा पानी बह रहा है जिससे लोगों का पैदल चलना तक दुश्वार हो गया है। साथ ही वाहनों के आवागमन से सड़क की स्थिति नारकीय हो गई है। पिछले छह माह से इस समस्या से लोग जूझ रहे है लेकिन स्थायी निदान के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है। सड़क पर महीनों से गिर रहे नालियों का गंदा से शहर की स्वच्छता अभियान पर सवाल उठ रहे है। है। दुर्गंध से मोहल्ले वासियों का जीना दूभर है। वहीं बाहर निकलने में भी सौ बार सोचना पड़ता है। वार्ड वासियों ने नगर प्रशासन से कई बार शिकायत की मगर कोई फायदा नहीं हुआ।
वहीं रजिस्ट्री कचहरी रोड में एलआईसी ऑफिस के सामने से लेकर हरखौली चौक तक जलजमाव बना हुआ है। नालियों के गंदे पानी की निकासी का कोई उपाय नहीं किया गया है। लाखों रुपए की लागत से नालियों का निर्माण कराया गया है फिर भी समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है। नालियों का सही ढंग से निर्माण नहीं होना ही जलजमाव का मुख्य कारण बताया जा रहा है। गलत मानक में बनाए गए नालियों से पानी का समुचित निकास नहीं हो पा रहा है। जिससे गंदा पानी ओवरफ्लो होकर सड़क पर बह रहा है। इससे गुजरने वाले राहगीर आए दिन पानी में गिर कर चोटिल होते रहते हैं। काफी संख्या में लोग रास्ता बदल कर मुख्य बाजार में आने के लिए एक किलोमीटर की दूरी तय करते हैं। सबसे आश्चर्य की बात यह है कि इसी वार्ड से नगर की अध्यक्षा मोहिता कुमारी चुनी गई है। फिर भी मुहल्ले वासी गंदगी व जलजमाव में जीने को मजबूर है।
मोहल्ले के रहने वाले विकास अधिकारी मुकुन्द कुमार का कहना है कि सड़क पर गंदे पानी और जलजमाव की समस्या लगभग एक वर्ष से बनी हुई है। इसके निस्तारण के लिए नाला निर्माण तो कराया गया मगर बीच में अधूरा छोड़ दिया गया है। विभाग ने नाले को जमीन से काफी ऊंचा बना दिया है। इसके कारण भी पानी नाले में नहीं जा पा रहा है। इससे लोग काफी परेशान हैं। वहीं साधनापूरी मुहल्लें के पिन्टू श्रीवास्तव का कहना है कि जलजमाव से निजात के लिए कई बार नगर पंचायत से शिकायत की गई है। बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई है। जिससे मुहल्ले वासी नारकीय जीवन जीने को विवश है।
इस बारे में मीरगंज नगर पंचायत कार्यपालक पदाधिकारी केशव गोयल ने बताया कि जलजमाव से निजात के लिए नालियों का जीर्णेाद्धार किया जा रहा है। लोगों को जल्द ही इससे स्थायी रूप से निजात मिल जाएगा। साथ ही नालियों की नियमित सफाई के लिए निर्देश दिए गए है।