मुजफ्फरपुर| व्हीएसआरएस न्यूज: भाकपा-माले और ऐक्टू ने बैंकों के निजीकरण के खिलाफ बैंकों की हड़ताल का समर्थन किया है। माले जिला सचिव कृष्ण मोहन व ऐक्टू जिला संयोजक मनोज यादव ने बैंक कर्मचारियों की हड़ताल के प्रति एकजुटता प्रकट करते हुए कहा है कि ट्रेड यूनियनों तथा वाम-लोकतांत्रिक शक्तियों ने आज सोमवार को निजीकरण विरोधी दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की है। उन्होंने निजीकरण के खिलाफ 17 मार्च को जीआईसी और 18 मार्च को एलआईसी की अखिल भारतीय हड़ताल का भी समर्थन किया है। हड़ताल के समर्थन में मार्च भी निकाला जायेगा।
इस बारे मे जिला सचिव ने कहा कि सरकार मजदूरों के खिलाफ लगातार नए-नए कानून ला रही है। इसके कारण आने वाले दिनों में बेरोजगारी की समस्या बढेगी। नए रोजगार के अवसर देने के बदले सारे पुराने कल-करखानों को बंद किया जा रहा है। केन्द्र सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार चाहती है कि बैंक से लेकर तमाम सरकारी कंपनी को निजी हाथ में दे दिया जाए। किसान के लिए आए नए कानून आए व जनविरोधी है।
माले व ऐक्टू सचिव ने कहा है कि बैंक,रेलवे, एलआईसी तथा सरकारी संसाधनों का निजीकरण देश व आमलोगों के हित में नहीं है।वही आरोप लगाया कि मोदी सरकार कॉरपोरेट कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए जबरन निजीकरण अभियान में जुटी है। तीन नये कृषि कानूनों के द्वारा खेत-खेती को भी निजी कंपनियों को दिया जा रहा है जिसके खिलाफ किसानों का आंदोलन चल रहा है।
किसान, मजदूर और कर्मचारियों सहित वाम-लोकतांत्रिक शक्तियां देश को बचाने में जुटी हुई है। आने वाले दिनों में निजीकरण के खिलाफ आंदोलन और तेज होगा। बैंकर्कमयों के पक्ष मे माले हर आंदोलन में साथ है।