भागलपुर| व्हीएसआरएस न्यूज: बिहार कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू) में पॉइंट दो (.2) नम्बर से फेल हुई छात्रा मूलरूप से सिवान की रहने वाली रिम्पा कुमारी का शुक्रवार को फंदे से लटका मिला है। वह सुजाता हॉस्टल के कमरा नम्बर 107 में रहती थी। रिम्पा की मौत पर मौके पर पहुंचे अलग अलग फैकल्टी के छात्रों ने जमकर बवाल काटा। छात्रों ने इस दौरान शव देखने के लिए पुलिस के साथ धक्कामुक्की भी की। उन लोगों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर सबौर थानेदार सुनील कुमार झा, सार्जेंट मेजर केके शर्मा समेत अन्य लोग पहुंचे हैं। मौके पर एफएसएल कीं टीम को बुलाया गया है। पुलिस ने 107 नंबर कमरे की जांच की है। एफएसएल टीम आने के बाद ही शव को फंदे से उतारे जाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। हालांकि जिस समय पुलिस जांच के लिए पहुंची कमरे का दरवाजा खुला हुआ था। पुलिस के मुताबिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारणों का पता चल पाएगा।
छात्रों के मुताबिक आज रिजल्ट का प्रकाशन हुआ था। रिम्पा को जब इसकी जानकारी मिली तो उसने ऑनलाइन ही अपना रिजल्ट देखा। रिजल्ट देखते ही वह सीधा कमरे में चली गई। पुलिस रिम्पा के रूम में रहने वाली छात्राओं से भी पूछताछ कर रही है। ताकि पता चल सके कि अंतिम बार उसे किस समय देखा गया था। उसके एक साथी ने बताया कि उसने 25 फरवरी से 10 मार्च तक परीक्षा दी थी। पढ़ाई नहीं होने के कारण उसकी परीक्षा भी बेहतर नहीं गयी थी। इस कारण वह आहत थी। इस बात की जानकारी उसने अपने साथियों को भी दी थी। पुलिस अब मौत के तह तक जाने का प्रयास कर रही है। छात्रा के मोबाइल को जब्त कर उसकी जांच की जाएगी।
वहीं बवाल कर रहे छात्रों ने बताया कि कोरोना के कारण लॉकडाउन में उन लोगों की पढ़ाई काफी बाधित हुई थी। ऑनलाइन कक्षाओं के नाम पर खानापूरी की गई थी। उन्हें ऑनलाइन कक्षाओं में किसी-किसी विषय का सिलेबस भी पूरा नहीं कराया गया था इस बात की शिकायत उन लोगों ने कई बार मौखिक रूप से विश्वविद्यालय प्रबंधन और कॉलेज प्रबंधन को की थी। लेकिन उनकी बातों को नजरअंदाज कर दिया गया। इस बात को लेकर उन लोगों ने परीक्षा हॉल में भी हंगामा किया था। किंतु कॉलेज प्रशासन की तरफ से कहा गया कि वे लोग परीक्षा दे दें। उन लोगों को बेहतर नंबर दिए जाएंगे।
आपको बताते चले कि कुलपति डॉ. आरके सोहाने डिजिटल प्लेटफॉर्म पर रिजल्ट का प्रकाशन करने को लेकर शुक्रवार को प्रेस वार्ता कर रहे थे। इसी दौरान उन्हें जानकारी मिली। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस स्थगित कर दिया। इसके बाद वे अपने अन्य अधिकारियों के साथ सुजाता हॉस्टल पहुंचे वहां छात्रों के आक्रोश का सामना भी उन्हें करना पड़ा। छात्रों ने उन्हें काफी बुरा भला कहा। छात्रों की नारेबाजी और आक्रोश को देख सुरक्षा गार्डों ने कुलपति को घेरे रखा। कुलपति को एक छोर से दूसरे छोर बचाते हुए लेकर गए। मौके पर स्थिति नियंत्रण के लिए भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है।