रोहतास। व्हीएसआरएस न्यूज: स्थानीय पीएचसी में प्रसव के बाद गंभीर हालत में इलाज के लिए सदर अस्पताल सासाराम ले जाने के दौरान सोमवार को एक महिला की मौत हो गई। घटना के बाद मृतका के परिजनो ने स्वास्थ्य कर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। इससे काफी देर तक पीएचसी में अफरातफरी का माहौल बना रहा। मामले की सूचना मिलते ही दलबल के साथ पहुंचे अपर थानाध्यक्ष राजीव रंजन कुमार व ने उग्र लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण मानने को तैयार नहीं दिखे। वे स्वजनों को मुआवजा देने व चिकित्सा में लापरवाही बरतने वाली टीम को निलंबित करने की मांग कर रहे थे। इसको लेकर काफी देर तक हंगामे के हालात बने रहे। बवाल इतना बढ़ा की स्वास्थ्यकर्मियों को भागकर अपनी जान बचानी पड़ी।
सासाराम सदर अस्पताल किया गया था रेफर
इस बारे मे ओपीडी में ड्यूटी पर तैनात डॉ. शशिकांत प्रभाकर ने बताया कि नोखा थाना के सरियांव गांव निवासी सुरेश चंद्रवंशी की पुत्री 22 वर्षीय रीना देवी को नोखा पीएचसी में प्रसव के लिए लाया गया था। सुरक्षित प्रसव होने के बाद महिला का यूटरस बाहर आ गया। जिसे गंभीर हालत में सासाराम सदर अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। लेकिन रास्ते में ही मरीज की मौत हो गई। उसके बाद परिजन शव लेकर फिर नोखा पीएचसी में आ धमके और जमकर हंगामा किया।
स्वास्थ्यकर्मियों ने भागकर बचाई अपनी जान
आपको बताते चले कि मृतका के स्वजनों के द्वारा हंगामे से दहशत के चलते स्वास्थ्यकर्मियों को भागकर जान बचानी पड़ी। डॉ. प्रभाकर ने बताया कि चिकित्सकों की टीम ने उसे बचाने का भरपूर प्रयास किया। हालांकि रीना देवी के प्रसव से जन्म लिया शिशु पूरी तरह स्वस्थ है। रीना के पति शिवसागर थाना के सिलारी गांव निवासी राकेश सिंह ने बताया कि उनकी पत्नी की मौत चिकित्सा टीम द्वारा लापरवाही बरतने के कारण हुई है। इसकी जांच होनी चाहिए।