नवादा। व्हीएसआरएस न्यूज: मंडल कारा नवादा में बुधवार की सुबह डीएम यश पाल मीणा व एसपी धूरत सयाली सावलाराम के नेतृत्व में छापेमारी की गई। करीब ढाई घंटे तक चली छापेमारी में नौ मोबाइल, चार चार्जर, तीन बैट्री, एक हेडफोन, खैनी, गुटखा आदि आपत्तिजनक सामान बरामद किए गए। इस मामले में जेल अधीक्षक महेश रजक ने नगर थाने में पांच बंदियों पर नामजद व अन्य अज्ञात पर प्राथमिकी दर्ज कराई है।
सुबह छह बजे पहुंचा अधिकारियों का काफिला
डीएम-एसपी के साथ अधिकारियों का जत्था सुबह तकरीबन छह बजे मंडल कारा पहुंचा। जिले के वरीय अधिकारियों के साथ ही विभिन्न थानों की पुलिस ने जेल में प्रवेश किया। पुरुष वार्ड, महिला वार्ड, जेल अस्पताल समेत पूरे परिसर में गहन छानबीन की गई। अचानक अधिकारियों की टीम देख मंडल कारा में हड़कंप मच गया। इस क्रम में वार्ड नंबर 13 से चार मोबाइल, वार्ड नंबर 18 से एक मोबाइल बरामद मिला। इसके अलावा जेल परिसर के अंदर अलग-अलग स्थानों से चार मोबाइल, चार मोबाइल चार्जर, तीन मोबाइल बैट्री, हेडफोन, खैनी, गुटखा आदि मिले। जेल के भीतर से इतनी संख्या में मोबाइल बरामद होने पर अधिकारियों के होश फाख्ता हो गए। डीएम-एसपी ने गहरी नाराजगी प्रकट करते हुए जेल अधीक्षक को सुरक्षा बढ़ाने सहित आवश्यक दिशा-निर्देश दिया।
बंदियों व जेल प्रशासन के बीच मचा हड़कंप
अरसे बाद मंडल कारा से बड़ी संख्या में मोबाइल बरामद किए गए। सूत्रों का कहना है कि हाल वर्षों में कई बार छापेमारी की गई लेकिन एक-दो मोबाइल ही मिलते थे। लेकिन पहली बार नौ मोबाइल बरामद किए गए हैं। इससे सुरक्षा व्यवस्था और चौकसी पर सवाल खड़ा होना लाजिमी है। डीएम-एसपी के नेतृत्व में सदर एसडीएम उमेश कुमार भारती, एएसपी मुख्यालय महेंद्र कुमार बसंत्री, जेल अधीक्षक महेश रजक समेत कई वरीय अधिकारियों ने छापेमारी में सहयोग किया। जिले के विभिन्न थानों के थानाध्यक्ष भी छापेमारी दल में शामिल थे।
जेल अधीक्षक ने दर्ज कराई प्राथमिकी
जेल अधीक्षक महेश रजक ने मोबाइल व अन्य आपत्तिजनक सामानों की बरामदगी के बाद नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई। जिसमें पांच बंदियों को नामजद किया गया है। इसके अलावा अन्य अज्ञात के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। वार्ड नंबर 13 में रणधीर कुमार, रामाधीन कुमार, आशीष कुमार उर्फ सतीश कुमार और अक्षय मांझी के पास से मोबाइल बरामद किए गए थे। इसके अलावा वार्ड 18 से गोलू कुमार उर्फ सुमित के पास से मोबाइल मिला था। इन पांचों बंदियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। सूत्र बताते हैं कि एसपी ने स्वयं तीन मोबाइल बरामद किया।
वार्ड की सुरक्षा में तैनात कर्मियों से जवाब-तलब
जिन-जिन वार्डों से मोबाइल समेत आपत्तिजनक सामान बरामद किए गए हैं। उन वार्डों की सुरक्षा में प्रतिनियुक्त जमादार, हवलदार से स्पष्टीकरण की मांग की गई है। जेलर रामविलास दास ने बताया कि 24 घंटे के अंदर जवाब देने को कहा गया है कि आखिर कैसे बंदियों के पास मोबाइल पहुंचे।
एक ही वार्ड में चार मोबाइल मिलने से हैरत में अधिकारी
वार्ड 13 में चार बंदियों के पास चार मोबाइल बरामद किए जाने के बाद अधिकारी पूरी तरह हैरत में पड़ गए। हरहाल, प्राथमिकी दर्ज करने के बाद पुलिस जांच में जुट गई है। मोबाइल की तकनीकी जांच की जा रही है। मोबाइल नंबर के बारे में भी पता लगाया जा रहा है कि सिम किसके नाम पर है। साथ ही यह भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि जेल के अंदर मोबाइल कैसे पहुंचा। अब देखने वाली बात होगी कि पुलिस को जांच में कितनी कामयाबी मिलती है।