पटना| व्हीएसआरएस न्यूज: राजद के बिहार विधानसभा मार्च के दौरान मंगलवार को हुए बवाल के मामले में प्रशासन ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है। राजद के प्रदर्शन के दौरान पुलिस पर पथराव व मारपीट के मामले में राजधानी के गांधी मैदान के साथ ही कोतवाली थाने में भी नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव, प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, रतन यादव, रितु समेत 15 लोग नामजद किए गए हैं। वहीं तीन हजार अज्ञात कार्यकर्ताओं के खिलाफ संबंधित क्षेत्र के दंडाधिकारियों ने एफआइआर दर्ज कराई है। एफआइआर में पत्थरबाजी, मारपीट, बगैर अनुमति प्रतिबंधित जोन में प्रदर्शन करने आदि का आरोप लगाए गए हैं।
डाकबंगला चौराहे पर जमकर हुआ था बवाल, पुलिस वाले भी घायल
हालांकि प्रशासन ने मनाही के बावजूद सड़क पर उतरे राजद कार्यकर्ताओं को गांधी मैदान से सटे जेपी गोलंबर के पास ही रोकने की कोशिश की। यहां राजद कार्यकर्ता बैरिकेडिंग को तोड़कर जबरन आगे बढ़ गए तो डाकबंगला चौराहे पर उन्हें रोकने की कोशिश की गई। यहां रोके जाने पर राजद कार्यकर्ता उग्र हो गए और रोड़ेबाजी शुरू की दी। स्थिति बिगड़ने पर प्रशासन ने पहले वाटर कैनन का इस्तेमाल किया और बाद में लाठीचार्ज भी किया।
दोनों तरफ से दर्जनों लोग हुए हैं घायल, आम लोगों को भी नुकसान
वही इस पूरे बवाल के दौरान दर्जनों राजद कार्यकर्ता और पुलिस वाले घायल हुए हैं। आसपास के दुकानदारों को भी नुकसान हुआ है। बवालियों ने सड़क पर लगे निजी वाहनों में भी जमकर तोड़फोड़ की। बवाल के दौरान फ्रेजर रोड की सभी दुकानें बंद हो गई थीं। तेजस्वी ने मीडिया के साथ बातचीत में कहा कि इस कानून के माध्यम से सरकार पुलिस को गुंडा बनाना चाहती है। आज पत्रकारों को पीटा गया है। विधेयक पास होने के बाद पुलिस घर में घुसकर लोगों को मारेगी। तेजस्वी ने कहा की मुख्यमंत्री इस विधेयक को लेकर बेवकूफ बना रहे हैं। जब मैं बोलने जा रहा था, तब इस विधेयक पर बोलने नहीं दिया गया। उन्होने विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक 2021 को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा। तेजस्वी ने कहा कि विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक के रूप में काला कानून लाया गया है। तेजस्वी ने कहा कि आज कोई अपराधी अपराध करेगा तो बिना वारंट पुलिस उसे गिरफ्तार कर सकती है, लेकिन इस विधेयक के अनुसार पुलिस केवल विश्वास के आधार पर भी किसी को गिरफ्तार कर सकती है और जितने दिन तक चाहे हिरासत में रख सकती है।
प्रशासन की अनुमति के खिलाफ निकाला था मार्च
आपको बताते चले कि राजद ने मंगलवार को जिला प्रशासन की मनाही के बावजूद बिहार विधानसभा मार्च निकाला था। प्रशासन ने राजद नेताओं को गर्दनीबाग के धरना स्थल पर बैठकर आंदोलन करने की सलाह दी थी। कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए प्रशासन ने विधानसभा मार्च निकालने से मना किया था।