जमुई| व्हीएसआरएस न्यूज: चकाई थाना के नक्सल प्रभावित बोंगी पंचायत अंतर्गत गादी गांव में चार साल पूर्व तिहरे हत्याकांड को अंजाम देने वाले एक खूंखार नक्सली को सुरक्षा बलों और स्थानीय पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। गिरफ्तार नक्सली पर चकाई थाना में कांड संख्या 57/16 के तहत मामला भी दर्ज है। चकाई थानाध्यक्ष राजीव कुमार तिवारी ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि गादी हत्याकांड का मुख्य आरोपित सुरेश तुरी अपने घर पर आया हुआ है, जिसके बाद चकाई पुलिस, सीआरपीएफ भेलवाघाटी एवं भेलवाघाटी पुलिस द्वारा एक संयुक्त टीम बनाकर गांदी गांव में छापेमारी की गई और सुरेश तुरी को गुरुवार की अहले सुबह गिरफ्तार कर लिया गया।
इस घटना के बारे में थानाध्यक्ष ने बताया कि गादी गांव में 21 मई 2016 को नक्सलियों के हथियारंबद दस्ते ने गांव में प्रवेश कर गादी गाव निवासी टीपन मंडल, गंरगा गांव निवासी योगेंद्र दूरी एवं चौकी गांव निवासी मुकेश राय की गला रेतकर हत्या कर दी थी, जिसमें दर्जनों नक्सलियों पर एफआइआर दर्ज की गई थी जिसमें सुरेश तुरी भी नामजद आरोपित था। घटना के बाद पुलिस ने इस मामले में कई नक्सलियों को गिरफ्तार भी किया था। वहीं सुरेश तुरी फरार चल रहा था। फरार सुरेश कुछ देर पूर्व में ही घर आया था। सुरेश के घर आने की सूचना सुरक्षा बलों को मिल गई। सूचना के बाद गुरुवार की सुबह में जवानों द्वारा गादी गांव की घेराबंदी कर सुरेश तुरी को दबोच लिया गया। बताया जाता है कि पुलिस को देख सुरेश भागने का भी प्रयास किया लेकिन सुरक्षा बलों ने उसे खदेड़कर दबोच लिया। गिरफ्तारी अभियान में चकाई थानाध्यक्ष राजीव कुमार तिवारी, भेलवाघाटी सीआरपीएफ कैंप के कंपनी कमांडर अजय कुमार, भेलवाघाटी के थाना प्रभारी एमजे खान शामिल थे।
ग्रामीणों को मिली राहत
आपको बताते चले कि सुरक्षा बलों और चकाई पुलिस द्वारा गांदी गांव से तिहरे हत्याकांड में शामिल रहे खूंखार नक्सली सुरेश की गिरफ्तारी से इलाके के लोगों को राहत मिली है। बताया जाता है कि गिरफ्तार सुरेश लोगों की गला काटकर हत्या करने में माहिर है। चार वर्ष पूर्व नक्सलियों ने गांदी गांव में हमला बोलकर तीन लोगों को अपने कब्जे में ले लिया था। इस दौरान सुरेश द्वारा ही तीनों की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। इसके लिए उसे संगठन द्वारा विशेष प्रशिक्षण भी दिया गया है। सुरेश की गिरफ्तारी को पुलिस भी बड़ी सफलता मान रही है।