पटना| व्हीएसआरएस न्यूज: पटना एयरपोर्ट पर तैनात इंडिगो के स्टेशन मैनेजर रूपेश कुमार सिंह की हत्या में शामिल अपराधियों को उनके बारे में पूरी जानकारी थी। गोवा से वह कब लौटे, कब घर से निकलते थे और एयरपोर्ट से कब वापस लौटते थे। एयरपोर्ट से निकलने के बाद कहां कब किसके पास रुकते थे, अपार्टमेंट के आगे रास्ता बंद है, वहां कितने गार्ड हैं और गली कब सुनसान रहती है, इन सभी बातों की जानकारी शूटरों को पहले से थी। एक पुलिस अधिकारी की मानें तो इसमें एक से अधिक लाइनर होने की बात से इंकार नहीं किया जा सकता है।
हालांकि शूटर वारदात को अंजाम देने के पहले पूरी तैयारी किए। एसआइटी भी कई बिंदुओं पर जांच कर रही है। पूरी रात घटनास्थल के आसपास की गलियों में छानबीन करते रही। एसआइटी रात आठ बजे से बुधवार की सुबह नौ बजे पुलिस छह गलियों में 36 से अधिक सीसी कैमरों को खंगाल चुकी है। इधर देर रात रूपेश के शव का पोस्टमार्टम हुआ। इसके बाद स्वजन शव लेकर छपरा रवाना हो गए।
दो दर्जन पदाधिकारी हैं शामिल छह भाग में बंटी एसआइटी
कुछ जगह बाइक सवार अपराधी तेजी से जाते भी दिखे। लेकिन, बाइक का नंबर स्पष्ट नहीं। एसआइटी छह भाग में बंटकर अलग-अलग बिंदुओं पर तफ्तीश कर रही है। टीम का नेतृत्व खुद एसएसपी कर रहे हैं और आइजी हर पल की रिपोर्ट ले रहे हैं। टीम में दो दर्जन से अधिक पुलिस पदाधिकारी लगाए गए हैं। एक टीम एयरपोर्ट और अपार्टमेंट के लोगों से पूछताछ की जा रही है। दूसरी टीम रूपेश के गांव छपरा में दबिश दे रही है। एक टीम पुनाईचक में ही तफ्तीश कर रही है, जबकि एक टीम तकनीकी अनुसंधान कर उनके मोबाइल नंबर का डिटेल भी खंगाला जा चुका है। वारदात में शामिल दोनों शूटरों की पहचान के लिए एसआइटी जेल से लेकर छपरा, वैशाली और पटना में उन सभी अपराधियों का हुलिया मिलान कर रहे है, जिन पर संदेह है।
फुटेज में दिखे तीन संदिग्ध
कल मंगलवार की शाम 7:15 बजे पुनाईचक स्थित कुसुम विला अपार्टमेंट के नीचे कार में ही रूपेश की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई। एसआइटी रात आठ बजे से पीएनबी बैंक से लेकर दीघा-आर ब्लॉक सिक्स लेन तक करीब एक दर्जन सीसी कैमरों देखी। इसमें कुछ खराब भी थे, जबकि कुछ में एक बाइक तेजी से जाते देखी गई। सिक्स लेन के पास अंधेरा होने की वजह आगे कुछ स्पष्ट नहीं दिखा। वहीं बैंक से आगे जाने वाली गली में भी एक बाइक तेजी से जाते देखी गई है। सूत्रों की मानें तो अपार्टमेंट की तरफ मुडऩे वाली गली में भी एक कैमरा का फुटेज देखा गया, जिसमें एक युवक संदिग्ध दिखा। जो मास्क लगाए किसी से फोन पर बात कर रहा था। इसके पास दो अन्य लोगों भी आए थे। पुलिस सोमवार शाम पांच से रात आठ बजे का फुटेज भी देखी, जिसमें एक संदिग्ध का हुलिया मिल रहा है। ऐसे में पुलिस कयास लगा रही है कि हो न हो इसी ने लाइनर की भूमिका निभाई हो।
इस बारे मे एसआइटी से जुड़े एक अधिकारी की मानें तो इस मामले में अब तक नौ अधिक लोगों से पूछताछ की जा चुकी है। की जा रही है। बावजूद हत्या के पीछे मुख्य वजह स्पष्ट नहीं हो सका है। पुलिस राजनीतिक और ठेकेदारी की बिन्दु पर भी जांच कर रही है।
कार में भी मिला खोखा, गार्ड से भी पूछताछ
आपको बताते चले की पुलिस ने घटनास्थल से छह खोखा बरामद किया है। इसमें दो या तीन खोखा कार से बरामद बरामद हुआ। एफएसएल टीम रात में एक घंटे तक सबूत जुटाते रही। वही सूत्रों की मानें तो अपराधी ड्राइविंग सीट के दरवाजे पर पहली गोली फायर का शीशा तोड़ दिए और उसके अंदर हाथ डालकर पिस्टल से रूपेश के सीने में पूरी मैग्जीन खाली कर दिए। गोली काफी करीब से मारी गई थी। एसआइटी इस मामले में अपार्टमेंट के गार्ड से पूछताछ कर रही है। साथ ही पास के लोगों से भी संदिग्ध से जुड़ी जानकारी जुटा रही है।